MP Election 2023: मध्य प्रदेश में सियासी पारा हाई है. विधानसभा चुनावों (Assembly Election) से पहले कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) ने एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि शिवराज हर 10 महीने में घोषणा करते हैं कि 1 लाख लोगों को रोजगार देंगे. कमलनाथ ने मांग की कि पहले संविदा और अतिथि शिक्षक वालों को रोजगार दे दो.


आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि पांच महीने बाद जो चुनाव होगा वह किसानों, नौजवानों और माताओं बहनों के भविष्य का चुनाव होगा. आपको तय करना है कि आप बड़वानी और मध्य प्रदेश का कैसा भविष्य बनाना चाहते हैं? उन्होंने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की जनता के साथ धोखा हुआ है. इस चुनाव में उसका हिसाब लेना है. इससे पहले शुक्रवार (16 जून) को कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया कि 18 साल के शासन में राज्य 'अपराध प्रदेश' बन गया है.



सीएम 18 साल पुरानी सरकार का रिकार्ड देने में असमर्थ- कमलनाथ


प्रदेश के आदिवासी बहुल बड़वानी जिला पहुंचे कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि मध्य प्रदेश एक घोटाले और अपराध प्रदेश में तब्दील हो गया है. ये मेरे (अपराध से संबंधित) आंकड़े नहीं हैं बल्कि इंटरनेट पर मौजूद हैं. र्तमान शासन काल में सबसे अधिक अपराध हुए हैं. सीएम शिवराज को घेरते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी 18 साल पुरानी सरकार का रिकॉर्ड देने में असमर्थ हैं. कमलनाथ ने राज्य सरकार की ‘लाडली बहना योजना’ और कुछ अन्य ‘लोकलुभावन’ घोषणाओं पर तंज करते हुए कहा कि अब 18 साल बाद और चुनाव से सिर्फ पांच महीने पहले वह (चौहान) लोगों का ध्यान सच्चाई से हटाने के लिए बहनों, कर्मचारियों, संविदा कर्मचारियों और किसानों को याद करने लगे हैं. 



बेरोजगारी को लेकर कमलनाथ ने बीजेपी पर लगाया ये आरोप


मध्य प्रदेश में सत्तासीन बीजेपी को लेकर कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी को ये ध्यान खना चाहिए कि 2018 में उन्हें विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए सिर्फ पांच महीने तैयारी के लिए मिले थे, लेकिन अब उन्हें काम करने (2023 के चुनाव जीतने के लिए) के लिए पर्याप्त समय मिला है. उन्होंने कहा कि पिछली बार कमलनाथ का 2018 मॉडल था लेकिन इस बार यह कमलनाथ का 2023 मॉडल है. बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी की आलोचना करते हुए कमलनाथ ने कहा कि राज्य में एक करोड़ लोगों के पास रोजगार नहीं है, लेकिन केवल 45 लाख लोगों ने (रोजगार कार्यालयों आदि के साथ) पंजीकरण कराया है. उन्होंने कहा कि बाकी लोगों का प्रक्रिया से विश्वास उठ गया है. पूर्व केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री कमलनाथ ने कहा कि उनके कई उद्योगपतियों के साथ अच्छे संबंध हैं लेकिन जब उन्हें मध्य प्रदेश में निवेश करने के लिए कहा जाता है, तो वे कहते हैं कि राज्य भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है.


मतदाता उनके वादों पर नहीं करेंगे विश्वास- कमलनाथ


स्थानीय मुद्दों के बारे में बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि बड़वानी राज्य के सबसे पिछड़े जिलों में से एक है. उन्होंने कहा कि जिला  सड़क बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और शिक्षा के मामले में पिछड़ रहा है. कमलनाथ ने दावा किया कि बीजेपी लोगों को फिर से मूर्ख बनाने की योजना बना रही है. उन्होंने 2023 के विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कि मतदाता उनके (बीजेपी) वादों पर विश्वास नहीं करेंगे. जय आदिवासी युवा संगठन के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस ने कहा कि इसके सदस्य बुद्धिमान हैं और भविष्य के बारे में चिंतित हैं. कमलनाथ ने कहा कि उनका 'डीएनए' खुद कांग्रेस का है और यह कई अन्य लोगों की तरह उनके संपर्क में हैं.


ये भी पढ़ें: MP: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी की इच्छा रखने वाली लड़की की कहानी में ट्विस्ट, क्या हो पाएगी मुलाकात?