MP Election 2023: चुनावी साल में किसानों को आकर्षित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. इसी बीच अब यूरिया को लेकर राजनीति गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी ने भारत में यूरिया की कीमत की तुलना चीन और अमेरिका से की है. इस पूरे मामले में कांग्रेस से किसानों की आय और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने सोशल मीडिया पर प्रदेश में मिलने वाली यूरिया की तुलना चीन और अमेरिका से की है. विष्णु दत्त शर्मा ने तुलना करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में यूरिया ₹270 का एक बैग मिल रहा है जबकि यही यूरिया का बैग चीन में ₹2100 तथा अमेरिका में ₹3000 में दिया जा रहा है. इस तुलनात्मक दृष्टि से प्रदेश के किसानों को आकर्षित करने की कोशिश की गई है.
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा
दूसरी तरफ कांग्रेस ने पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस के विधायक सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक चीन और अमेरिका में किसानों की आय की तुलना भी प्रदेश के किसानों की आय से की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों की आय दोगुना करने के दावे कर रहे हैं, मगर किसान आर्थिक दिक्कतों के दौर से गुजर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका व चीन में मिलने वाले पेट्रोल और डीजल की कीमतों की तुलना भी प्रदेश में मिलने वाले ईंधन से होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सबसे देश का सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल जनता को बेचा जा रहा है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में एमपी में पेट्रोल के दाम 100 रूपए प्रतिलीटर से कम बता रहे हैं.
किसानों का आकर्षित करने के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं ला रही पार्टियां
मध्य प्रदेश के साढ़े पांच करोड़ वोट बैंक 60% से ज्यादा ऐसा वोट बैंक है जो कृषि और कृषि कार्य पर आधारित है. मध्य प्रदेश में लगभग एक करोड़ लोग कृषि कार्य से सीधे जुड़े हुए है. इसके अलावा यदि इन लोगों के परिवार की बात की जाए तो वोट बैंक 3 करोड़ से अधिक पहुंच जाता है. यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही किसानों का आकर्षित करने के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं ला रही है.
कांग्रेस और बीजेपी की बड़ी योजनाएं
भारतीय जनता पार्टी ने किसानों का भविष्य करो रुपए का ऋण का ब्याज भर कर उन्हें डिफाल्टर होने से बचा लिया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किसान कल्याण के रूप में किसानों को ₹6000 की राशि दी जा रही है जबकि प्रदेश सरकार ₹4000 अलग से दे रही है. इतना ही नहीं समय-समय पर सत्तारूढ़ पार्टी किसानों के लिए आकर्षक योजनाएं लाती है. इसके अतिरिक्त फसलें खराब होने पर मुआवजा भी वितरित किया जाता है. दूसरी तरफ कांग्रेस ने मास्टर स्ट्रोक लगाते हुए किसानों का ₹2,00,000 तक का कर्जा माफ करने की घोषणा कर रखी है. चुनावी मौसम में अभी और भी घोषणा है सामने आ सकती है.
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