Madhya Pradesh Assembly Election 2023 News: मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आयोग से चार अलग-अलग शिकायतें की है. कमेटी के उपाध्यक्ष और चुनाव प्रभारी जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को मंगलवार (14 नवंबर) 4 अलग-अलग शिकायत पत्र सौंपे. शिकायत पत्रों में बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 9 अक्टूबर से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू की गई है और चुनाव प्रक्रिया शुरु हो गई. प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है.


शिकायत करते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने कहा कि उच्च न्यायालय जबलपुर ने डब्लूपी नंबर 15558/2022 में 8 नवंबर को आदेश पारित कर वर्तमान पदस्थ कलेक्टर अशोकनगर जिला निर्वाचन अधिकारी सुभाष कुमार द्विवेदी को चुनाव ड्यूटी से तत्काल हटाने के आदेश पारित किए गए है. जिसकी सूचना पूर्व में भी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. शिकायत में बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशों का तत्काल पालन करते हुए अशोक नगर जिला कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी को तत्काल हटाकर किसी अन्य अधिकारी को जिला निर्वाचन अधिकारी के पद पर पदस्थ किया जाए. 


कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
दूसरे पत्र में जेपी धनोपिया ने बताया कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान प्रचार के माध्यमों के संबंध में जिला निर्वायन अधिकारी द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाकर आइटम्स की दरें निर्धारित की जाती है और जो की भी गई. विधानसभा क्षेत्र 37 सुरखी से बीजेपी के उम्मीदवार गोविन्द सिंह राजपूत परिवहन मंत्री चुनाव लड़ रहे है. उनके द्वारा चुनाव आयोग के निर्देशानुसार निर्धारित चुनाव खर्चा किया जाता है. लेकिन गोविन्द सिंह ने चुनाव में निर्धारित राशि से ज्यादा खर्च कर दिया गया है. जिसकी पुष्टि खर्च प्रेक्षक द्वारा की गई, ये सत्यापित राशि पांच दिनों में 19 लाख रूपये है. 


बीजेपी प्रत्याशी द्वारा पांच दिन में ही 19 लाख रूपये खर्च होने के बाद शेष अवधि के लिए कुल राशि 40 लाख होती है, उस राशि में खर्च अधिक होने के मद्देनजर बीजेपी प्रत्याशी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत द्वारा वाहनों का प्रतिदिन किराया 2500 रूपये से 1200 रूपये करा लिया गया है. ऐसा प्रतीत होता है कि जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य द्वारा बीजेपी प्रत्याशी के खर्च में कटौती दिखाने के उद्देश्य से उपरोक्त अनुचित कृत्य किया गया है और राशि कम करने के लिए सर्वदलीय बैठक भी नहीं बुलाई गई है जो कि सीधे सीधे आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. 


कांग्रेस नेता जेपी धनोपिया ने शिकायत पत्र में आरोप लगाया कि ''निर्वाचन आयोग सुरखी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार गोविन्द सिंह राजपूत के इशारे पर जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर दीपक आर्य द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए, उनको लाभ पहुंचाने का कृत्य किया जा रहा है. इसके पूर्व भी नगर पालिक निगम सागर के महापौर के चुनाव में भी इनके विरूद्ध कई शिकायतें की गई थी, जो बाद में भी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को की गई है कि इनका आचरण बीजेपी के पक्ष में कार्य करने का है. जिसका एक प्रकरण जिला न्यायालय सागर में लंबित भी है. इसलिए ऐसे विवादित अधिकारी को जिला निर्वाचन अधिकारी के पद से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए. कांग्रेस ने यहां किसी अन्य सक्षम अधिकारी को नियुक्त करने की मांग की है.


तीसरी शिकायत में कांग्रेस ने क्या कहा?
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने तीसरे शिकायत पत्र में बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी को विधानसभा क्षेत्र 45 के पृथ्वीपुर से लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही है. जिसके मुताबिक, सत्तारूढ़ बीजेपी अपने प्रत्याशी को विजयी बनाने हेतु हर तरह के कथकंडे अपनाए. जैसे मतदान केन्द्रों पर कब्जा लूट और अन्य तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है. विधानसभा क्षेत्र 45 पृथ्वीपुर के अधिकृत प्रत्याशी नितेन्द्र सिंह राठौर ने जिला निवाड़ी की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के बाहुबली और अपराधि प्रवृत्ति के लोग जो बूथ पर कब्जा कर मतदान को प्रभावित कर सकते हैं.


इसलिए संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर सूची प्रेषित कर वहां पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने का अनुरोध किया है. 45 पृथ्वीपुर जिला निवाड़ी से कांग्रेस प्रत्याशी नितेन्द्र सिंह राठौर द्वारा प्रेषित संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों को अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों की सूची में शामिल करने के संबंध में पूर्व में भी सूचित किया गया है. इसके लिए दिनांक 7 नवंबर को भी उक्त संबंध में पत्र प्रेषित किया गया है. इसलिए आपसे निवेदन है कि उक्त मतदान केन्द्रों पर पैरामिलिट्री फोर्स लगाने और सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाए. 


चौथा शिकायती पत्र
कांग्रेस ने चौथे शिकायत पत्र में बताया कि दतिया से कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र भारती द्वारा लगातार शिकायत की जा रही है. मिली शिकायत के मुताबिक, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य 20 अधिकारियों द्वारा बीजेपी प्रत्याशी, प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के पक्ष में कार्य करने वाले व्यक्तियों को एक तरह से खुला संरक्षण दिया जा रहा है. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी और उसके कार्यकर्ताओं को लगातार परेशान किया जा रहा है. उक्त संबंध में कई शिकायते की जा चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई न किए जाने के कारण कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के हौसले बुलंद हो गए हैं. बीजेपी प्रत्याशी के कार्यकर्ताओं द्वारा कहा जा रहा है कि शिकायतें करने से क्या होता है? हम जो चाहेंगे वही होगा और लगातार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. 


शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस प्रत्याशी के विरूद्ध भय का वातावरण निर्मित कर दिया गया है जिससे चुनाव प्रक्रिया बाधित हो रही है. धनोपिया ने निर्वाचन अधिकारी को शिकायत पत्र में बताया कि दतिया कलेक्टर संदीप माकिन और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा को तत्काल अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है. साथ ही यह भी बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में की गई शिकायतों के संबंध में जानबूझकर अभी तक किसी भी अधिकारी का स्थानांतरण नहीं किया गया है और ना ही आचार सहिता के उल्लंघन के संबंध में किसी भी तरह की कार्रवाई की गई है. इस मामले में अब तक किसी पत्र का समुचित उत्तर नहीं दिया जा रहा है.


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