MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले इतिहास की घटनाओं को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा इतिहास की कुछ घटनाओं का उल्लेख करने के बाद आज ग्वालियर में प्रियंका गांधी ने भी इतिहास की उन घटनाओं का वर्णन किया, जो सिंधिया राजघराने और बीजेपी सरकार के खिलाफ था. साथ ही प्रियंका गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को निशाने पर लिया.


दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में पहुंचीं प्रियंका गांधी ने सबसे पहले सभी को भोजपुरी भाषा में राम-राम किया. इसके बाद सिंधिया राजघराने पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने उन्हें रानी लक्ष्मीबाई की वीरता के खूब किस्सा और कहानी सुनाई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जब वह ग्वालियर आ रहीं थी तो उन्हें भाषण के लिए कई मुद्दे और समस्याएं भेजी गईं. प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि आज की राजनीति आरोप और प्रत्यारोप के बीच फंस गई. ऐसे में जनता की बात सुनने और करने वाला कोई नहीं है.


उन्होंने इतिहास बताते हुए कहा कि स्वतंत्रता का आंदोलन सत्याग्रह के नाम से हुआ था, मतलब देश की स्वतंत्रता सत्य की नींव पर रखी गई थी. देश की जनता चाहती है कि उनके नेता सरल और सच्चाई पर चले लेकिन वर्तमान समय में अहंकार की राजनीति हो रही है. देश में भौकाल की राजनीति हो रही है. मध्य प्रदेश में झूठ आलोचना, भ्रष्टाचार, घोटाले की राजनीति हो रही है. 


बताए जनाक्रोश रैली के मायने


प्रियंका गांधी ने मंच से कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह, विवेक तंखा, राजमणि पटेल, नकुल नाथ, सतनारायण पटेल, जीतू पटवारी, जयवर्धन सिंह के नाम लेते हुए इस बात को सभी के बीच रख दिया कि वे मध्यप्रदेश की राजनीति में मंझी हुई खिलाड़ी के रूप में मंच पर खड़ी हैं. प्रियंका गांधी ने मणिपुर और महिला अत्याचार की घटनाओं का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया. इसके बाद उन्होंने जन आक्रोश रैली के मायने बताए. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जो महंगाई बढ़ी है, यहां पर गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल के दाम और सब्जियों के दाम तक आसमान पर पहुंच गए हैं. ऐसी स्थिति में लोगों के बीच जन आक्रोश है, इसीलिए जन आक्रोश रैली के माध्यम सरकार पर निशाना साधा गया.


सीएम शिवराज और सिंधिया पर ऐसे किया प्रहार


ग्वालियर के मेला ग्राउंड से प्रियंका गांधी ने चुनावी शंखनाद करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 18 साल की सरकार में मुख्यमंत्री 22000 घोषणा कर चुके हैं, लेकिन 2000 घोषणाएं भी पूरी नहीं हुई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की अचानक विचारधारा बदल गई. प्रियंका ने कहा कि सत्ता के खिलाफ उनके पास काफी घोटालों की सूची है लेकिन वे सकारात्मक राजनीति को आगे बढ़ाना चाहती हैं. उन्होंने पटवारी परीक्षा का घोटाले का उदाहरण तक दे दिया.


प्रियंका ने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवार अपने बच्चों को कड़ी मेहनत और लाखों रुपया खर्च कर परीक्षा के लिए तैयार करता है, मगर परीक्षा में घोटाले हो जाते हैं. उन्होंने भगवान महाकाल की मूर्ति को लेकर भी शिवराज सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा कि सरकार की नींव गलत रखी गई थी. सरकार नियत से चलती है मगर कमलनाथ सरकार को पैसों के दम पर गिरा दिया गया, इस प्रकार के कई आरोप प्रियंका ने शिवराज सरकार पर लगाए. 


गांधी परिवार को मध्यप्रदेश की सही जानकारी नहीं- जटिया


वहीं प्रियंका गांधी के ग्वालियर दौरे को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य डॉ सत्यनारायण जटिया ने कहा कि गांधी परिवार को मध्य प्रदेश के विकास की पूरी जानकारी नहीं है. मध्य प्रदेश में पिछले 18 सालों में जो विकास हुआ है. वह यहां की जनता अच्छी तरह जानती है. दिग्विजय सिंह सरकार में गड्ढों में सड़क और सड़क में गड्ढे ढूंढे जाते थे. इसके अलावा पूर्व कांग्रेस की सरकार में भारी भ्रष्टाचार भी हुआ था. इस बार भी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भारी बहुमत से जीत मिलेगी. गांधी परिवार के आरोपों से विश्व के सबसे बड़े संगठन बीजेपी को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है.


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