Priyanka Gandhi in MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. यहां सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच दिख रहा है. दोनों ही पार्टियों ने चुनावी वादे का पिटारा खोल दिया है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने सीएम फेस भी तय कर दिए हैं. बीजेपी जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की अगुवाई में ही चुनाव मैदान में जाएगी, वहीं कांग्रेस ने पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) को भावी मुख्यमंत्री पेश किया है.
बीजेपी अपने डबल इंजन सरकार के पुराने फॉर्मूले को आगे बढ़ा रही है तो कांग्रेस शिवराज सरकार की एंटी इनकंबेंसी के सहारे चुनावी नैया पार लगने की आस में है. चुनाव प्रचार अभियान में बीजेपी ने शिवराज के ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का चेहरा आगे कर दिया है. कांग्रेस भी पार्टी की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को मध्य प्रदेश में स्टार प्रचारक बनाकर बड़ी रैलियां करने की तैयारी में है.
कर्नाटक चुनाव के लिए भी प्रियंका गांधी एक्टिव
हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकारी आयोजनों के बहाने मध्य प्रदेश का लगातार दौरा कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस कर्नाटक चुनाव के बाद अपने बड़े नेताओं को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में लाने की तैयारी में है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का स्टार फेस पार्टी की जनरल सेक्रेट्री प्रियंका गांधी ही होंगी.
उत्तर प्रदेश में करारी हार के बाद प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की प्रचार का नेतृत्व किया था. अभी कर्नाटक में भी प्रियंका गांधी ताबड़तोड़ ढंग से पार्टी का प्रचार कर रही हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगातार हमलावर हैं. उन्होंने कुछ महीने पहले हिमाचल प्रदेश में अकेले ही प्रचार का मोर्चा संभाला था. स्टार प्रचारक से लेकर संकटमोचन की भूमिका बखूबी निभाने वाली प्रियंका गांधी के चेहरे का इस्तेमाल कांग्रेस कैसे करती है, इसके लिए इंतजार करना होगा?
राहुल गांधी के बाद अब प्रियंका गांधी की होगी मुख्य भूमिका?
कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में सोनिया गांधी संन्यास का संकेत दे चुकी हैं. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रियंका गांधी आने वाले समय मे कांग्रेस पार्टी का चमकता हुआ सितारा है. मानहानि मामले में दो साल की सजा के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म हो गई है और वे 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित हो चुके हैं. राहुल ने फैसले को हाइ कोर्ट में चुनौती दी है लेकिन अगर ऊपरी अदालतों से भी उन्हें राहत नहीं मिली तो क्या प्रियंका गांधी ही पार्टी की केंद्रीय भूमिका में नजर आएंगी?
यहां बताते चलें कि कांग्रेस में काफी पहले से एक धड़ा चाहता रहा है कि राहुल गांधी के बाद प्रियंका गांधी को पार्टी की कमान दे देनी चाहिए. प्रमोद कृष्णम ऐसे नेता हैं जो खुल कर प्रियंका गांधी की वकालत करते रहे हैं. यही वजह है कि कांग्रेस में प्रियंका का दौर शुरू होने वाला है.
राहुल और प्रियंका गांधी की भव्य रैलियों का आयोजन
मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के विधायक तरुण भनोत का कहना है कि प्रियंका गांधी कांग्रेस की काफी सेंसटिव लीडर हैं. उनमें पब्लिक से कनेक्ट करने का शानदार गुण है. वे जनता की तकलीफें जानती हैं. उन्होंने हिमाचल और कर्नाटक में जिस तरह से पार्टी के लिए प्रचार में विपक्षी दलों को काउंटर किया, वो काबिले तारीफ है. हम लोग मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी को भी स्टार प्रचारक के रूप में बुलाने के लिए उत्सुक हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद दोनों नेताओं की बड़ी रैलियां मध्य प्रदेश में आयोजित करने की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं.
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