MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के कुछ ही महीने पहले भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें उन्हीं के विधायक बढ़ाने में लग गए हैं. मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने विंध्य जनता पार्टी को समर्थन देना शुरू कर दिया है. 14 जुलाई से पार्टी का सदस्यता अभियान भी शुरू हो रहा है. हालांकि विधायक का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी से कोई बगावत नहीं की जा रही है. 


विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग को लेकर लंबे समय से मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपना झंडा बुलंद कर रखा है. इस संबंध में वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को अपने मन की भावना से अवगत करा चुके हैं. विधायक नारायण त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने खूब राजनीति कर ली लेकिन अब विंध्य की जनता के लिए कुछ करने निकले हैं.


विंध्य की जनता तय करेगी रणनीति


उन्होंने बताया कि तीन-चार दिन पहले विंध्य के लोगों ने विंध्य जनता पार्टी का रजिस्ट्रेशन करा लिया है. यहां के लोग भी अलग राज्य की मांग कर रहे हैं. 1956 में विंध्य को प्रदेश में मिला लिया गया था. यह भी मांग समय-समय पर उठती आई है कि जब भी कोई नया प्रदेश बनेगा तो विंध्य को सबसे पहले राज्य दर्जा दिया जाएगा. इसी के चलते अपनी मांग को लगातार बुलंद कर रहे हैं. एबीपी न्यूज़ पर चर्चा के दौरान विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने बीजेपी से कोई बगावत नहीं की है. पहले सदस्यता अभियान चलाया जाएगा. इसके बाद फिर बैठकों का दौर चलेगा और विंध्य की जनता आगे की रणनीति तय करेगी.


अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था सपना


विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई भी चाहते थे कि देश का विकास और देश में छोटे-छोटे राज्यों का गठन हो ताकि विकास की नई इबारत लिखी जा सके. विंध्य की जनता भी अपने क्षेत्र का विकास चाहती है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि विकास और क्षेत्र की जनता की मांग को उठाना बगावत समझा जाता है तो यह गलत है. उन्होंने किसी से कोई बगावत नहीं की है वे तो विंध्य की जनता को उनका अधिकार दिलाना चाहते हैं.


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर दिया बयान


जब विधायक नारायण त्रिपाठी से बातचीत के दौरान पूछा गया कि उन्होंने इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को देते हुए उनका मत जानने की कोशिश की है तो जवाब में विधायक ने कहा कि किसी का कुछ भी मत हो लेकिन वे तो विंध्य की जनता के लिए अलग प्रदेश की मांग उठाते रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कितनी विधानसभा सीटें नए राज्य में शामिल होगी, यह तो सीमांकन के बाद ही तय होगा. इसके अलावा विधायक ने यह भी कहा कि विंध्य और बुंदेलखंड को मिलाकर अलग राज्य की मांग में लगातार उठा रहे है. 


विधायक के तेवर सख्त


विधायक नारायण त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर अभी भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं के चित्र अपने साथ लगा रखे हैं, मगर उनके बगावती तेवर से बीजेपी में हलचल मच गई है. ऐसा माना जा रहा है कि विंध्य जनता पार्टी के बैनर तले 33 से 43 के बीच उम्मीदवार विधानसभा चुनाव में टक्कर देने के लिए मैदान में उतर सकते हैं. यदि ऐसा होता है तो भारतीय जनता पार्टी के लिए थोड़ी मुश्किल जरूर खड़ी हो जाएगी. 


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