MP Election 2023 Survey: विधानसभा चुनाव से पहले सर्वे, 83 फीसदी लोग नहीं चाहते हैं फ्री वाले वादे, जानें क्या मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मुद्दा
MP Election 2023: इस सर्वे में 24 हजार 458 लोगों की राय शामिल की गई. इसके नतीजों से पचा चलता है कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाताओं के लिए सबसे बड़ा मुद्दा शिक्षा और स्वास्थ्य हैं.
MP Election 2023 News: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) से पहले कराए गए एक सर्वे में चौकाने वाले परिणाम निकले हैं. सर्वे में शामिल लोगों में से 83 फीसदी का मानना था कि फ्री के चुनावी वादे सही नहीं हैं. इस सर्वे में प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के लोगों को शामिल किया गया. इनमें से 56 फीसदी लोग अपने विधायक से संतुष्ट नहीं हैं.इनमें सभी दलों और निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
मध्य प्रदेश के लोगों को सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा क्या है
अखबार दैनिक भास्कर ने इस सर्वे को कराया. इसमें 24 हजार 458 लोगों की राय शामिल की गई. यह सर्वे ओटीपी पर आधारित था. इसके नतीजों के मुताबिक इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाताओं के लिए सबसे बड़ा मुद्दा शिक्षा और स्वास्थ्य हैं. वहीं उनकी सबसे बड़ी जरूरत बेहतर कानून-व्यवस्था है. लोग चाहते हैं कि उनके यहां चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार ईमानदार हो. आइए विस्तार से समझते हैं कि सर्वे के नतीजे क्या रहे हैं.
1- इस बार के चुनाव में प्राथमिकता क्या है.
- 21.2 फीसदी रोजगार
- 20 फीसदी महंगाई
- 20 फीसदी शिक्षा और स्वाथ्य
- 12.4 फीसदी प्रत्याशी
- 8.3 फीसदी सड़क
- 8.8 फीसदी पार्टी
- 6.1 फीसदी सीएम फेस
- 3.2 फीसदी जाति-धर्म
2- पिछले चुनाव के मुद्दों का क्या हुआ.
- 64.3 फीसदी जिन मुद्दों पर वोट किया वह पूरा नहीं हुआ है.
- 20.5 फीसदी जिन मुद्दों पर वोट दिया था, वह पूरा हुआ.
- 14.2 फीसदी मुद्दे का समाधान आंशिक तौर पर हुआ है.
3- इस बार के चुनाव में कैसा प्रत्याशी चाहते हैं.
- 23.6 फीसदी साफ और ईमानदार छवि के प्रत्याशी
- 22.1 फीसदी ऐसा उम्मीदवार जो आसानी से उपलब्ध हो सके
- 15.3 फीसदी सड़क-बिजली और पानी के मुद्दे पर ध्यान देने वाला उम्मीदवार
- 17.3 फीसदी की चाहत ऐसे उम्मीदवार की थी जो अधिकारियों से काम करा सकें
- 9.4 फीसदी युवा उम्मीदवार
- 5.4 फीसदी उनकी पसंदीदा पार्टी जिसे टिकट देगी उसे वोट देंगे
- 1.5 फीसदी महिला उम्मीदवार के पक्ष में
4-अपने विधायक के काम से कितने संतुष्ट.
- 32.4 फीसदी लोग संतु्ष्ट नजर आए.
- 56 फीसदी लोग असंतुष्ट हैं.
- 11.6 फीसदी लोग अधिक संतुष्ट हैं.
5- क्षेत्र की सबसे बड़ी जरूरत क्या है.
- 19 फीसदी लोग स्कूल-कॉलेज और शिक्षा में सुधार चाहते हैं.
- 18 फीसदी लोग बेहतर सरकारी अस्पताल चाहते हैं.
- 17 फीसदी लोगों की सबसे बड़ी जरूरत बेहतर कानून व्यवस्था है.
- 17 फीसदी लोगों को रोजगार चाहते हैं.
- 11 फीसदी लोग फसलों का सही मूल्य सुरक्षा चाहते हैं.
- 8 फीसदी लोग आवारा पशुओं से निजात चाहते हैं.
- 10 फीसदी पेयजल और सफाई चाहते हैं.
6-2018 के चुनाव में मुद्दा क्या था.
- 29.2 फीसदी रोजगार
- 22.5 फीसदी महंगाई
- 21 फीसदी कर्जमाफी और कृषि आय
- 7.4 स्वास्थय सुविधाएं
- 7 अच्छी शिक्षा
- 6.8 फीसदी कानून व्यवस्था
- 6.1 सामाजिक सुरक्षा लाभ
7-चुनाव के बाद कौन सक्रिय रहा.
- 41.3 फीसदी मौजूदा विधायक
- 21.4 हारा हुआ प्रत्याशी
- 37 फीसदी कोई अन्य
8-ज्यादा असंतुष्ट किससे हैं.
- 30.1 फीसदी स्थानीय विधायक
- 28.4 फीसदी सरकारी दफ्तर
- 10.2 फीसदी सरकारी अस्पताल
- 5.8 पुलिस स्टेशन
- 25.5 फीसदी अन्य
9-साल 2018 के चुनाव में फैक्टर क्या था.
- 44 फीसदी पार्टी
- 40 फीसदी प्रत्याशी
- 11 फीसदी सीएम फेस
- 3.3 फीसदी धर्म
- 1.7 फीसदी जाति
10-चुनाव फ्रीबीज सही है.
- 17.4 फीसदी लोगों को यह सही लगता है
- 82.6 फीसदी लोग इसके समर्थन में नहीं हैं.
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