MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने छोड़ी पार्टी, लगाया ये आरोप
MP News: विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने बीजेपी से इस्तीफा देते हुए 3 साल के कार्यकाल पर असंतोष जताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के 3 साल के कार्यकाल में कोलारस में भ्रष्ट्र अधिकारियों की नियुक्ति की गई.
MP Assembly Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) से नाराज चल रहे कोलारस के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी (Virendra Raghuvanshi) ने आखिरकार पार्टी के समस्त पदों से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इस्तीफा देने के साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और उनके समर्थक मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर और महेंद्र सिंह सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगा दिए. रक्षाबंधन त्यौहार की निपटते ही एक बार फिर मध्य प्रदेश की सियासत में गर्माहट आ गई है.
कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने बीजेपी से इस्तीफा देते हुए 3 साल के कार्यकाल पर असंतोष जताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के 3 साल के कार्यकाल में कोलारस में भ्रष्ट्र अधिकारियों की नियुक्ति की गई. इसे लेकर उनके द्वारा लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक शिकायत भी की गई मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया. वीरेंद्र रघुवंशी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी गंभीर आरोप लगाए.
भविष्य में थाम सकते हैं कांग्रेस का दामन
उन्होंने कहा "सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी की रीति और नीति में बदलाव आ गया है. उनके भ्रष्ट मंत्रियों की वजह से वो बीजेपी से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने प्रद्युमन सिंह तोमर और महेंद्र सिंह सिसोदिया पर भी गंभीर आरोप लगाए. वीरेंद्र रघुवंशी ने फिलहाल किसी और पार्टी को ज्वाइन करने की बात नहीं कही है. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वे भविष्य में कांग्रेस का दामन थाम कर शिवपुरी से चुनाव लड़ सकते हैं.
सिंधिया के कारण छोड़ी की थी कांग्रेस
विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने कहा कि वे कांग्रेस में थे मगर ज्योतिरादित्य सिंधिया या से दुखी होकर भाजपा में शामिल हुए थे. सिंधिया भी बीजेपी में आ गए, जिसकी वजह से उन्हें भाजपा छोड़ना पड़ रही है. रघुवंशी ने कहा कि साढ़े साल तक वे जनता के लिए काम करते आए और विकास के लिए प्रयास करते रहे मगर सिंधिया समर्थक मंत्री उनके विकास के हर कार्य में रुकावट पैदा करते रहे. उनके खिलाफ फर्जी एफआईआर तक की कोशिश की गई. इन्हीं सब कारणों के चलते हुए बीजेपी के प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहे हैं.