Pritam Lodhi Statement on Congress: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) के भतीजे और पिछोर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार प्रीतम लोधी के बिगड़े बोल सामने आए हैं. भोपाल में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से जीत का मंत्र लेने आये प्रीतम लोधी ने कहा कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस चंबल की गहराई में दफन हो जाएगी. उन्होंने कहा कि उनके लिए चुनाव में कोई मुद्दा नहीं है.


प्रीतम लोधी की चार महीने पहले ही भारतीय जनता पार्टी में वापसी हुई है. बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और ब्राम्हणों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी के बाद उन्हें बीजेपी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. इसके बाद ओबीसी मोर्चा बनाकर प्रीतम लोधी ने बीजेपी की राह में मुश्किलें खड़ी करनी शुरू कर दी. मई माह में उनकी बुआ और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की पहल पर प्रीतम लोधी की न केवल बीजेपी में वापसी हुई बल्कि हाल ही में घोषित 39 कैंडिडेट की सूची में उनका नाम भी शामिल किया गया है. बीजेपी ने प्रीतम लोधी को शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है, जहां से वे पिछला चुनाव तकरीबन ढाई हजार वोटो से हार गए थे.


'चुनाव के लिए मुद्दे की नहीं जरूरत'
दरअसल, भोपाल में आज बुधवार को बीजेपी दफ्तर में उन 39 उम्मीदवारों की बैठक रखी गई थी, जिनका नाम पार्टी ने अगले विधानसभा चुनाव की पहली सूची में रखा है.पिछोर से उम्मीदवार बनाये गए प्रीतम लोधी ने बीजेपी से बाहर जाने और वापसी पर भी सफाई दी.उन्होंने कहा कि परिवार में थोड़ी बहुत नोंकझोंक होती रहती है. उनका परिवार तो जनसंघ जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी से लगातार जुड़ा रहा है. प्रीतम लोधी ने उत्साह में यह भी कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए किसी मुद्दे की जरूरत नहीं है.


हालांकि, बाद में बात को संभालते हुए लोधी ने आगे कहा कि बीजेपी ने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया है. इसलिए उनकी जीत निश्चित है. कांग्रेस से मिलने वाली चुनौतियों पर प्रीतम लोधी ने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस चंबल में दफन हो जाएगी.


पिछोर विधानसभा सीट का 2018 का नतीजा
के पी सिंह (कांग्रेस) को 91463
प्रीतम लोधी (बीजेपी) को 88788
2675 वोट से बीजेपी की हार


गौरतलब है कि कभी एक दूसरे के जानी दुश्मन बन चुके बागेश्‍वर धाम के पीठाधीश्‍वर धीरेंद्र कृष्‍ण शास्‍त्री और बीजेपी विधायक प्रीतम लोधी के बीच की दूरियां मई माह में अचानक से मिट गई थीं. उनके मिलन की शानदार फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो हुई थी. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे और बीजेपी विधायक प्रीतम लोधी 11 मई 2023 को अचानक बागेश्वर धाम पहुंचे. यहां पर उन्होंने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया. इस बीच धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रीतम लोधी को हृदय से लगाकर पुराने सभी गिले-शिकवे दूर कर लिए.


राजनीतिक जानकार बताते है कि ओबीसी का बड़ा चेहरा बनने की फिराक में पूर्व विधायक प्रीतम लोधी ने पिछले साल बीजेपी से बगावत कर दी थी.उन्होंने बागेश्वरधाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भी ब्राम्हण और सनातन की अस्मिता को लेकर उनके खिलाफ जवाबी हमला किया था. इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि बीजेपी को प्रीतम लोधी को बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा. इसके बाद ओबीसी अस्मिता के नाम पर प्रीतम लोधी ने भी बीजेपी के खिलाफ ताल ठोकी.


उन्होंने बुंदेलखंड के साथ ग्वालियर चंबल अंचल में कई रैलियां करके यह संकेत दिया कि चुनाव में वे बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. हालांकि,उमा भारती के हस्तक्षेप के बाद बीजेपी और प्रीतम लोधी के बीच सुलह-सफाई का रास्ता निकला.बीजेपी को भी लगा कि प्रीतम लोधी की नाराजगी से उसे बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल अंचल में ओबीसी वोटों का नुकसान हो सकता है. इसी वजह से प्रीतम लोधी की एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी में वापसी हो गई.


बीजेपी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि प्रीतम लोधी की पार्टी में वापसी के लिए यह शर्त भी रखी गई थी कि उन्हें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री से अपने मतभेद सुलझाने होंगे.इसी के चलते अब प्रीतम लोधी की तरफ से पहल हुई और उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए खुद को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का प्रशंसक बताया.


उन्होंने कहा कि कुछ गलतफहमी के कारण उनके बीच कटु संवाद हो गया था.राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रीतम लोधी को टिकिट देकर अब बीजेपी ओबीसी वोटों को साधने के जुगाड़.इसका उसे ओबीसी वोटरों में बुंदेलखंड के साथ ग्वालियर चंबल अंचल में भी लाभ मिल सकता है.


प्रीतम लोधी ने क्या दिया था बयान
दरसअल,17 अगस्त 2023 को बदरवास के खरैह गांव में एक कार्यक्रम के दौरान प्रीतम लोधी ने कहा था कि 'पंडित 7-8 घंटे आपको पागल बनाएगा. हम पागल बनते भी हैं. वह कहेगा जितना दान दोगे, ऊपर वाला आपको भी देगा. घर की महिलाएं घी, शक्कर, दालें पंडितों को दे आएंगी और अपने बच्चे को नहीं खिलाएंगी'. प्रीतम लोधी ने ये भी कहा कि 'पंडित घर की सुंदर महिलाओं पर भी बुरी नजर रखते हैं.'


इसके बाद प्रीतम लोधी के बयान पर हंगामा हो गया.ब्राह्मण समाज में प्रीतम लोधी के बयान के खिलाफ भारी गुस्सा देखा गया.ग्वालियर ब्राह्मण समाज और सर्व समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रीतम लोधी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की थी.ब्राह्मण समाज ने कार्रवाई ना करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी. हंगामा बढ़ते देख बीजेपी ने प्रीतम लोधी को वीडी शर्मा ने तलब किया और बयान पर स्पष्टीकरण मांगा. बाद में प्रीतम लोधी ने अपने बयान पर माफी भी मांगी लेकिन बीजेपी ने प्रीतम लोधी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया. 


क्या बोले थे बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि "एक तथाकथित नेता का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है.उन्होंने कहा है कि ब्राह्मण रोज आठ-आठ घंटे कथावाचन करते हैं और सार क्या निकलता है.अगर कथा, ब्राह्मण और व्यास नहीं होते तो कोई अपने पिता को नहीं पहचान पाता और पूरा संसार भगवान राम और कृष्ण के बारे में नहीं जान पाता.इस संसार को ब्राह्मणों और कथावाचकों की जरूरत है. ऐसे लोग पाखंड फैला रहे हैं."


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