MP Assembly Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जैसे जैसे टिकट वितरण होता जा रहा है, वैसे-वैसे पार्टी का अंतर विरोध भी उभरकर सामने आ रहा है. बीजेपी ने इस बार जो दूसरी सूची जारी की है, उसमें सभी बड़े नेताओं को टिकट दिया गया है. इनमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और सांसद राकेश सिंह जैसे बड़े नाम शामिल हैं. इंदौर की बात करें तो यहां कैलाश विजयवर्गीय को टिकट मिला है. वहीं इंदौर के नजदीक देपालपुर से पूर्व विधायक मनोज पटेल को टिकट दिया गया, लेकिन मनोज पटेल का विरोध अब शुरू हो चुका है.


दरअसल, जब से मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की दूसरी सूची आई है, उसके बाद से ही पार्टू  आंतरिक मतभेद उभर कर कर सामने आने लगे हैं. इससे पहले भी इंदौर के विधानसभा एक में पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता का विरोध देखने को मिला था. वहीं अब इंदौर के नजदीक देपालपुर में पूर्व विधायक मनोज पटेल का भी स्थानीय लोगों ने विरोध किया है. विरोध इस बात पर हो रहा है कि मनोज पटेल यहां के स्थानीय नेता नहीं है. देपालपुर की बात करें तो यहां के समीकरण इस बार बहुत अलग हैं. यहां स्थानीय उम्मीदवार की मांग जोर पकड़ रही है.


हजारों कार्यकर्ता सड़क पर आ गए
नागदा के बाद अब इंदौर के देपालपुर विधानसभा में कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है. देपालपुर के चार अलग-अलग शहरी क्षेत्र में मनोज पटेल हटाओ बीजेपी बचाओ के नारे के साथ हजारों कार्यकर्ता सड़क पर आ गए और उनके पुतले जलाए. देपालपुर के बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि लगातार एक ही परिवार को 12 बार टिकट दिया गया. मनोज पटेल बाहरी उम्मीदवार है इनका क्षेत्र की जनता से लेना देना नहीं है. यह हमेशा ही फूट डालो और राज करो की नीति अपनाते आए हैं. जबरेश्वर सेना के राजेंद्र चौधरी के समर्थकों ने मनोज पटेल का विरोध किया है.


एक विधानसभा में एक साथ बेटमा गौतमपुरा देपालपुर हातोद चार जगह बीजेपी प्रत्याशी मनोज पटेल का विरोध कर नाराज कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली, जिससे क्षेत्र का राजनीतिक माहौल गरमा गया है. यही नहीं देपालपुर विधानसभा में बीजेपी की मुश्किलें राजपूत समाज के लोग भी बढ़ाने के लिए कमर कर चुके हैं, जिसकी अंदरूनी चर्चा खूब हो रही है. यानी कांग्रेस को इस सीट के लिए कोई खास मशक्कत नहीं करनी होगी. यहां मौजूदा विधायक विशाल पटेल के लिए लोगों में नाराजगी के बाद भी बीजेपी की आपसी लड़ाई का लाभ उन्हें जरूर मिलेगा.


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