MP Assembly Session: मध्य प्रदेश विधानसभा में सोमवार (1 जुलाई) को बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही. पहले दिन विपक्षी कांग्रेस ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए कथित नर्सिंग कॉलेज घोटाले पर चर्चा कराने की मांग की. मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने सत्र के दौरान हुए हंगामे के बीच ही निर्धारित कार्य निपटाया. साथ ही आज मंगलवार को स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करने का वादा किया.
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अन्य सदस्यों के साथ कथित घोटाले पर चर्चा की मांग को लेकर नर्स का एप्रन पहनकर सदन में आए. प्रश्नकाल के बाद उमंग सिंघार ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करने की मांग की. उनके साथ अन्य विपक्षी सदस्यों ने भी इस मुद्दे पर बहस की मांग की. संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विपक्ष की इस मांग का विरोध करते हुए कहा कि हाई कोर्ट में फिलहाल इस मामले पर सुनवाई जारी है, इसलिए इसे विधानसभा में नहीं उठाया जा सकता.
नेता प्रतिपक्ष ने लगाया ये आरोप
उमंग सिंघार ने कैलाश विजयवर्गीय के जवाब पर पलटवार करते हुए कहा कि नर्सिंग कॉलेज घोटाले पर चर्चा की उनकी मांग अदालत के विचारों से मेल नहीं खाती, बल्कि नर्सिंग काउंसिल के कामकाज को लेकर सरकार की जवाबदेही है. वहीं सत्र के दौरान विपक्ष के विधायक विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया.
नर्सिंग घोटाले को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को बर्खास्त करने की मांग की गई. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि नर्सिंग घोटाले में 300 करोड़ की वसूली हुई है. वहीं कांग्रेस के हंगामे पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नियम प्रक्रिया के अंतर्गत मान्य परम्परा में चर्चा के लिए तैयार हैं. उत्तेजना से हम बात सुन नहीं सकते. हम सीधे साधारण भाषा बोलते हैं, किसी से डरते नहीं हैं.