MP Assembly Session: महज सवा घंटा ही चल सका मॉनसून सत्र का पहला दिन, सुबह 11 बजे तक के लिए विधानसभा स्थगित
Assembly Session: सत्र की शुरुआत में कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार सीधी पेशाब कांड पर चर्चा नहीं करना चाहती. कमेलश्वर पटेल ने कहा कि सारी कार्यवाही रोककर आदिवासी अत्याचार पर चर्चा हो.
MP Monsoon Assembly Session: 15वीं विधानसभा का अंतिम मानसून सत्र से शुरू हो चुका है. पहला ही सत्र महज एक-सवा घंटे ही चल सका. हंगामे के बीच कल सुबह 11 बजे तक लिए सत्र स्थगित कर दिया गया. विधानसभा सत्र की शुरुआत से ही सीधी जिले में आदिवासी युवक पर हुए पेशाब कांड को लेकर जमकर हंगामा होता रहा. हंगामा बढ़ा देख कल तक के लिए विधानसभा स्थगित कर दी गई. कुल मिलाकर विधानसभा कार्यवाही का पहला दिन सीधी जिले में हुए पेशाब कांड के नाम रहा.
बता दें 15वीं विधानसभा का अंतिम सत्र पहले ही दिन जमकर हंगामेदार रहा. विपक्ष सीधी पेशाब कांड को लेकर चर्चा करना चाह रहा था, पहले 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित की गई, दोबार सत्र शुरु हुआ तो विपक्ष सीधी कांड पर चर्चा के लिए अड़ गया. विपक्ष की नारेबाजी और हंगामा बढ़ा देख विधानसभा अध्यक्ष गिरीष गौतम ने सत्र को 12 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया.
सदन की कार्यवाही पर एक नजर
विधानसभा सत्र की शुरुआत होते हुए कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार सीधी पेशाब कांड पर चर्चा नहीं करना चाहती. पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि चेंबर में निर्णय हो गया होगा आदिवासी भाई बहनों पर, आसंदी सरकार के आगे नतमस्तक है. इस दौरान विपक्ष ने नारेबाजी शुरु कर दी. विजय चौरे ने कहा कि मेरी विधानसभा में 12 साल की आदिवासी बच्ची से रेप हुआ. विधायक कमेलश्वर पटेल ने कहा कि सारी कार्यवाही रोककर आदिवासी अत्याचार के मामले में पर चर्चा कराई जाए. इस बीच जमकर हंगामा होने लगा, हंगामा बढ़ता देख सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई.
बताया वंदेमातरम गान का अपमान
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विधानसभा अध्यक्ष गिरीष गौतम के सीट पर बैठने से पहले ही कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया सीधी जिले में घटित हुए आदिवासी युवक के मामले को लेकर सवाल पूछने लगे, जिस पर जिस पर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि वंदे मातरम् गान तो हो जाने दीजिए. संसदीय कार्यमंत्री मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह वंदेमातरम् गान का अपमान है.
आरोप: चर्चा से भाग रहा पक्ष-विपक्ष
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हका कि हम तो विधानसभा में आदिवासी जनजातीय भाईयों पर जो अत्याचार हो रहा है उसको लेकर चर्चा करने आए थे, लेकिन सत्ता पक्ष के लोग चर्चा करना नहीं चाह रहे हैं भाग रहे हैं. पीसीसी चीफ कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हमने मानसून सत्र पांच दिन के लिए बुलाया है, ताकि सभी विषयों पर चर्चा हो सके. हम चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष खुद ही चर्चा करना नहीं चाहता है.