Bhind News: धांधली से चुनाव में मिली जीत का किया बखान, BJP नेता का वीडियो वायरल
MP News: बीजेपी नेता केपी सिंह भदौरिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इसमें वो गलत तरीके से चुनाव जिताने का बखान कर रहे हैं.
KP Singh Bhadoria Video Viral: अक्सर चुनावों में होने वाली धांधलियों ओर चीटिंग कर चुनाव जीतने के किस्से तो आपने खूब सुने होंगे. आज हम एक ऐसे बीजेपी नेता ओर कई पदों पर काबिज रहे वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के ससुर से रुबरू कराएंगे जो एक जनसभा में चीटिंग और बेईमानी कर चुनाव जिताने का बखान बड़े गर्व के साथ कर रहे हैं. दरअसल भिंड जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी नेता केपी सिंह भदोरिया की पुत्र वधू कामना सुनील सिंह विजयी होकर काबिल हुई हैं.
कामना सुनील सिंह कि इस जीत के पीछे बीजेपी नेता केपी सिंह की पृष्ठभूमि रही है. बीते 12 साल पहले केपी सिंह भदौरिया की पत्नी सरोज भदोरिया जिला पंचायत सदस्य चुने जाने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की पूरी तैयारी में थे. बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह की पत्नी मिथलेश कुशवाहा को भारतीय जनता पार्टी द्वारा मेंडेड जारी होने के बाद चुनाव से हाथ खींच लिए थे. इसके बाद मिथलेश कुशवाह निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुन ली गईं थी. इस बार बीजेपी नेता केपी सिंह ने 12 साल पहले का बदला उसी प्रकार चुकाते हुए जनपद सदस्यों को कब्जे में कर बीजेपी द्वारा मेंडेड अपने पक्ष में जारी करवा लिया और अपनी पुत्रवधू कामना सुनील सिंह को निर्विरोध अध्यक्ष बनवा लिया. इसी जीत के बाद जिले भर में केपी सिंह भदोरिया गांव गांव जाकर लोगों से मिल रहे है और स्वागत सत्कार करवा रहे हैं.
यह ही भाजपा नेता केपी सिंह. वायरल वीडियो में बेईमानी से कलेक्टर पर दबाव बनाकर चुनाव जिताने का कर रहे हैं दावा. #abplive #kpsingh pic.twitter.com/lQ3EiIyp4i
— firoz khan (@firozkhan911) August 8, 2022
स्वागत सत्कार कार्यक्रम के दौरान एक गांव में इकट्ठा लोगों के सामने दिए भाषण में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने 12 साल पहले जिला पंचायत के चुनाव में जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 13 सुकांड से अजय सिंह की माताजी विद्या देवी चुनाव लड़ रही थी. जो मतगणना के दौरान चुनाव हारने की कगार पर थी. एसडीएम संतोष तिवारी विना काउंटर स्लिप के पोलिंग को डंप कर डाले वोटों को गिनने से मना कर रहे थे. तब उन्होंने तत्कालीन कलेक्टर छोटे सिंह द्वारा किस प्रकार बेईमानी करवा कर अजय सिंह की माता जी विद्या देवी भदौरिया को जितवा दिया था.
मुख्यमंत्री के दरवाजे को भी तोड़ना की कही बात
भाषण के दौरान केपी सिंह भदोरिया कहते हुए नजर आ रहे हैं कि उनका प्रण था कि इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष बनकर रहेंगे. चाहे उसके लिए उन्हें मुख्यमंत्री के दरवाजे को भी क्यों ना तोड़ना पड़े. क्योंकि 12 साल पहले वह मुख्यमंत्री के पास गए थे और मैंडेट की मांग की थी लेकिन उनका मैंडेट हटा लिया था. इस बार उन्होंने तय किया जा मुख्यमंत्री कहें चाहे मंत्री कहें उन्हें हर हालत में जिला अध्यक्ष बनना था. वहीं जातिगत चर्चा करते हुए भी उन्होंने कहा कि ईस बार तीन भदौरिया मंत्री है एक अरविंद भदौरिया, ओपीएस भदोरिया ओर वह अपने आप को जिला अध्यक्ष के रूप में मंत्री बता कर अपना गुणगान करने से भी नहीं चूके.
ग्रामीणों के बीच भाषण देकर कही बात
जिला पंचायत का चुनाव कामना सुनील सिंह भदोरिया के जीतने के बाद केपी सिंह भदोरिया पांच अगस्त को नगरी प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया के ग्रह गांव अकलौनी पहुंचे स्वागत समारोह के बाद इकट्ठा लोगों के बीच भाषण देते समय 12 साल पुरानी सच्चाई उनकी जबान पर आ गई. आपको बता दें बीजेपी नेता जिस एसडीएम संतोष तिवारी का नाम ले रहे हैं असल में वह उस समय मेहगांव तहसीलदार हुआ करते थे. साल 2010 में तत्कालीन कलेक्टर छोटे सिंह ना हो करके भिंड कलेक्टर एमसीबी चक्रवर्ती थे.
चुनाव आयोग पर उठ रहे हैं सवाल
अगर बीजेपी नेता केपी सिंह के बयान अगर सच हैं तो चुनाव आयोग पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लग रहा है. जिससे आने वाले समय में लोगों का चुनाव प्रक्रिया से भरोसा ही उठ जाएगा. अगर केपी सिंह भदोरिया सच बोल रहे हैं तो नेताओं के दबाव में जिला प्रशासन किस प्रकार कार्य करता है उसकी एक बड़ी पोल अपने बड़बोले पन के चलते केपी सिंह भदोरिया खुद खोल रहे हैं. अगर 12 साल पहले की यह बात सत्य है तो इस बार के चुनाव में बीजेपी नेता केपी सिंह भदोरिया ने बेईमानी नहीं करवाई होगी कैसे मान लिया जाए. हालांकि नेता जी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.