Bhind News: भिंड के मेहगांव नगर परिषद के पार्षद अपने ही अध्यक्ष और सीएमओ के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. पार्षद अध्यक्ष पर घर बैठ कर मनमाने ढंग से परिषद चलाने का आरोप लगा रहे हैं. इसके साथ-साथ पार्षद सीएमओ पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. पार्षदों का कहना है कि मेहगांव नगरवासी मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नही की जा रही है.
दरअसल मेहगांव नगर परिषद के आधा दर्जन से अधिक पार्षदगण अपने ही अध्यक्ष और सीएमओ के खिलाफ आंदोलन कर परिषद परिसर में ही धरना दे रहे हैं. पार्षदों का आरोप है कि नगर की जनता बिजली पानी की समस्या से जूझ रही है. पूरे नगर में गंदगी का अंबार लगा है. लेकिन सीएमओ द्वारिका प्रशाद की ओर से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है.वहीं उन्होंने मेहगांव नगर परिषद के अध्यक्ष कंचन पिंटू राठौर पर मनमानी करने और बिना पार्षदों की सहमति घर से ही परिषद चलाने का भी आरोप लगाया है.
पार्षद राकेश चौधरी ने क्या कहा
पार्षद राकेश चौधरी का कहना है कि नगर पालिका सीएमओ और अध्यक्ष मिलकर घर बैठे बैठे ही बिना पार्षदों की बैठक या सहमति के प्रस्ताव पास करने में लगें हैं. वो कुर्सियां खरीदी जा रही हैं जिनकी कीमत दो हजार भी नहीं है. उन कुर्सियाों का भी 12 हजार तक का पेमेंट लिया गया है.
सीएमओ द्वारिका प्रशाद ने आरोपों को बताया निराधार
पार्षदो नें पुराने बिलों पर भी कमीशनखोरी कर बिना परिषद की सहमति पेमेंट किए जाने का भी आरोप लगाया है. पार्षदों ने नगर पालिका की तरफ से अवैध वसूली का भी गंभीर आरोप लगाया है. वहीं इस पूरे मामले में नगर पालिका सीएमओ द्वारिका प्रशाद ने आरोपों को निराधार बताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी कार्य किए जा रहे हैं वो नियमों कि तहत किए जा रहे हैं धरने पर बैठे हुए लोग पार्षद न होकर उनके परिजन हैं. जो लगातार नगरपालिका के कार्यों में दखलंदाजी करते रहे थे. उन्होंने कहा कि ये सारा विवाद परिषद सदस्यों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का है.
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