SUCCESS STORY: रोजाना 3 घंटे की पढ़ाई से सिविल सर्विसेज में किया टॉप, गोलियों की गूंज के बीच ऐसे हासिल किया मुकाम
Bhind: चंबल के बीहड़ों में गोली की गूंज के बीच पढ़ाई करके राजीव दैपुरिया ने आईएएस की परीक्षा में देशभर में पहला स्थान हासिल किया है. उनका कहना है कि उनकी सफलता के पीछे उनके माता-पिता का काफी सहयोग रहा है.
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Bhind News: कहते हैं कि मेहनत सफलता की एकमात्र सीढ़ी है. यही वजह है कि छात्र जीवन में प्रशासनिक सेवा में जाना हर छात्र का सपना होता है, लेकिन बहुत कम हुनरमंद और लगनशील छात्र ऐसे होते हैं जो अपने इस मुकाम को हासिल कर पाते हैं. ऐसे ही दो छात्र हैं, जिन्होंने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भिंड जिले का नाम देश भर में रोशन कर दिया है. वर्ष 2022 के सिविल सर्विसेज के रिजल्ट में भिंड जिले के दो युवकों ने बाजी मारी है.
यहां के राजीव दैपुरिया (Rajeev Daipuria) ने मध्य प्रदेश में पहली बार आईएएस की परीक्षा (IAS Exam) में देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. वहीं मेहगांव के रहने वाले मयंक शर्मा (Mayank Sharma) ने 26वीं रैंक हासिल कर एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रतिभाएं किसी उच्च शिक्षित परिवार और बड़े शहर में ही पैदा नहीं हो सकती. वह सबसे पिछड़े इलाके से भी सामने आ सकती है.
रोजाना सिर्फ 2-3 घंटे करते थे पढ़ाई
राजीव दैपुरिया का कहना है कि उनकी सफलता के पीछे उनके माता-पिता और भाई के साथ साथ उनके मित्रों का काफी सहयोग रहा है. हालांकि उन्होंने किसी प्रकार की कोचिंग नहीं ली और नौकरी के साथ-साथ जितना भी समय मिलता था उसमें वो 2 घंटे 3 घंटे मेहनत से पढ़ाई करते थे. इसका नतीजा है की आज सिविल सर्विसेज में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. उनका कहना है कि मेहनत और लगन से आप जो भी प्राप्त करना चाहते हैं वो अवश्य मिलता है. लिहाजा मेहनत और लगन पर अवश्य ध्यान दें.
मां बोलीं बेटा शुरू से ही है मेहनती
वहीं राजीव की मां मीना देवी का कहना है कि, उनके बेटे को पढ़ाई के दौरान खाने-पीने का भी ध्यान नहीं रहता था. वो पढ़ाई में इतना मगन रहता था कि कई बार खाना रखा ही रह जाता था. वो शुरू से ही मेहनती है. आज उसे उसी की मेहनत का परिणाम मिला है. वहीं राजीव के पिता रघुराज दैपुरिया का कहना है कि बेटा लगनशील और मेहनती शुरू से ही था. यही वजह है आज उसे इतनी बड़ी सफलता मिली है. उसने परिवार के साथ-साथ जिले का भी नाम रोशन किया है.
भिंड जिले ने दिए हैं कई IAS और IPS
गौरतलब है की इससे पहले भी भिंड जिले ने कई IAS और IPS अधिकारी दिए हैं. फिर चाहे वह यूपीएससी एग्जाम क्रेक करने वाले भिंड जिले के बीहड़ी गांव गोरम के विकास सैंथिया हो या निवसाई गांव के IAS दीपेन्द्र सिंह हों. अकोड़ा गांव के निवासी IAS धनंजय सिंह,पूर्व सांसद भगीरथ प्रसाद की बेटी सिमाला प्रसाद भी आज IPS अधिकारी हैं.वहीं मेहगांव की बेटी प्रियंका शुक्ला और मिनी शुक्ला का भी आईपीएस के लिए बीते सालों सिलेक्शन हुआ था.वहीं पिछले एक दशक में एक दर्जन से ज्यादा IAS और IPS अधिकारी भिंड जिले से बने हैं.जो भिंड का नाम देश में रौशन कर रहे हैं.
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