Bhojshala Complex ASI Survey: मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर (Indore) बेंच के द्वारा भोजशाला का सर्वे करने के आदेश का सोमवार (1 अप्रैल) को 11 दिन खत्म हुआ. कल सुबह 8 बजे सर्वे शुरू हुआ था, जो शाम 5 बजे तक चला. हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने भोजशाला से बाहर आकर कहा कि सर्वे कोर्ट के आदेश अनुसार जारी है. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि अंदर क्या हो रहा है, लेकिन उन्होंने बातों-बातों में यह जरूर कहा कि हम सर्वे से संतुष्ट हैं.
धार की मौलाना कमालुद्दीन वेलफेयर सोसाइटी ने सुप्रीम कोर्ट में एक विशेष अनुमति याचिका दायर की थी. इसमें भोजशाला में मंदिर या मस्जिद होने का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण करने के मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश को रद्द करने की मांग की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने चल रहे काम को रोकने से इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 'केवल एएसआई रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए.'
अभी नींव तक नहीं पहुंची खुदाई
इसके अलावा साइट के धार्मिक चरित्र को नुकसान पहुंचा सकने वाले खुदाई से बचने के निर्देश भी कोर्ट ने दिए. बता दें खुदाई मौजूदा समय में नींव तक पहुंचने के लिए की जा रही है. गर्भगृह के पीछे खुदाई का गड्ढा अब पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर बढ़ गया है, जिससे एक एल शेप की आकृति बन रही है. हालांकि नींव अभी तक खुली नहीं है, लेकिन सीढ़ियों पर इस्तेमाल होने वाले पत्थर जैसी विभिन्न वस्तुएं खोजी गई हैं.
एएसआई की टीम लगातार सर्वे पर काम कर रही है. इधर धार में सदर समिति के अब्दुल समद खान ने खुदाई के दौरान खोपड़ी जैसी कोई चीज को छिपाने की आशंका व्यक्त की है. इस बीच रविवार को पटवारी और राजस्व निरीक्षक सहित राजस्व विभाग के अधिकारियों ने भी भोजशाला को सभी ओर से नापा है.
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