MP Politics: मध्य प्रदेश के सागर जिले की बीजेपी की राजनीति में घमासान मच गया है. प्रदेश सरकार के गोविंद सिंह भूपेंद्र सिंह और कांग्रेस से भाजपा में आए मंत्री गोविंद सिंह के बीच जमकर वाकयुद्ध चल रहा है. डॉ मोहन यादव सरकार में मंत्री गोविंद सिंह ने यह तर्क कह दिया है कि भूपेंद्र सिंह खुद को पार्टी से ऊपर समझते हैं.
मध्य प्रदेश के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और वर्तमान मंत्री गोविंद सिंह के बीच इन दिनों जमकर बयानबाजी चल रही है. एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी के चलते सागर जिले की राजनीति गर्मा गई है. पूर्व मंत्री कांग्रेस से आए कुछ नेताओं पर निशाना साध रहे हैं. अब गोविंद सिंह राजपूत भी खुलकर सामने आ गए हैं.
गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सागर जिले के एक विधायक खुद को पार्टी से ऊपर समझने लगे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सागर के विधायक बोल रहे हैं कि विद्यार्थी परिषद से प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को समझ नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह भी विद्यार्थी परिषद से आए हैं. भारतीय जनता पार्टी में अनुशासन पहली प्राथमिकता है.
शिवराज सरकार में सबसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह लंबे समय से पार्टी से नाराज दिखाई दे रहे हैं. सागर जिले में जब से गोविंद सिंह राजपूत बीजेपी में आए हैं, तब से घमासान मचा हुआ है. इसके बाद पिछले कुछ दिनों में और भी कांग्रेस नेता भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं जिनकी भूपेंद्र सिंह से अदावत मानी जाती है. इस जॉइनिंग से भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह आमने-सामने हो गए हैं.
गोविंद सिंह राजपूत ने गिनाईं अपनी उपलब्धि
डॉ मोहन यादव सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत में मीडिया से बयानबाजी के दौरान कहा कि उनके द्वारा भाजपा की सदस्यता राष्ट्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व के सामने ली गई. वे वर्तमान में भी बीजेपी के सक्रिय सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ा और 41,000 वोटों से जीत दर्ज कराई. इसके बाद लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
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