MP BJP President: बीजेपी में केंद्र और राज्य की सत्ता तथा संगठन में फेरबदल की चर्चा है. कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में संभावित विस्तार के बाद मध्य प्रदेश के कुछ मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है. कुछ नए चेहरे मंत्रिमंडल में जा सकते हैं. इसी बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर मध्य प्रदेश में संगठन में फेरबदल होता है तो वह कौन से चेहरे होंगे जिन पर बीजेपी अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव का भार सौंप सकती है? फिलहाल दावेदारों में 4 नाम निकल कर सामने आ रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) और प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और सांसद सुमेर सिंह सोलंकी (Sumer Singh Solanki) के नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए उपयुक्त बताए जा रहे हैं. हालांकि, लंबे समय से प्रदेश के बीजेपी नेतृत्व को बदलने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन वीडी शर्मा की कुर्सी संगठन में मजबूत पकड़ के कारण बची रही.
क्या नरेंद्र सिंह तोमर हो सकते हैं एमपी बीजेपी के चीफ?
राजनीतिक जानकर कहते हैं कि अगर बीजेपी सवर्ण वर्ग से आने वाले वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का रिप्लेसमेंट इसी वर्ग से करना चाहेगी तो सबसे बड़ा नाम नरेंद्र सिंह तोमर का हो सकता है. विधानसभा चुनाव के पहले नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व दिया जा सकता है. नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर चंबल अंचल से आते हैं और उनकी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से बेहतर ट्यूनिंग भी बताई जाती है.
कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी आगे
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए दूसरा जो बड़ा नाम हो सकता है, वह राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का है. कभी पार्टी का मध्य प्रदेश का बड़ा चेहरा होने माने जाने वाले कैलाश विजयवर्गीय संगठन की राष्ट्रीय राजनीति में जाने के बाद सूबे की राजनीति से हाशिए पर चले गए थे. उनके सांगठनिक कौशल को देखते हुए पार्टी अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है. कैलाश विजयवर्गीय बीबी मालवा और निमाण इलाके में बीजेपी का बड़ा चेहरा है.
महाकौशल की राजनीति के दिग्गज प्रहलाद पटेल भी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व की पसंद हो सकते हैं. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल महाकौशल अंचल की कई लोकसभा सीटों से चुनाव जीतकर अपना लोहा मनवा चुके हैं.राजनीतिक जानकार कहते हैं कि यदि ओबीसी वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष चुना जाएगा तो प्रहलाद पटेल पार्टी की पहली पसंद हो सकते हैं. मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग के मतदाताओं की संख्या भी 50% से ज्यादा है.
सुमेर सिंह सोलंकी को मिलेगी पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी?
राज्य के 22% से ज्यादा आदिवासी वोटरों को साधने के लिए यदि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी ट्राइबल लीडरशिप को देने का फैसला करती है तो पहला नाम सांसद सुमेर सिंह सोलंकी का हो सकता है. सुमेर सिंह सोलंकी भी मालवा इलाके से आते हैं जहां आदिवासी वोटरों की संख्या और सीटें काफी है.इसके पहले भी जब प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की बात उठी थी तो सुमेर सिंह सोलंकी का नाम सबसे आगे था.
दरअसल, पिछले दिनों पीएम आवास पर बीजेपी की एक बड़ी बैठक करीब चार घंटे चली थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष मौजूद रहे. इसमें आगामी विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के अलावा संगठन और सरकार में फेरबदल को लेकर मंथन किया गया. इसके बाद से ही मध्य प्रदेश में भी पार्टी नेतृत्व में परिवर्तन की चर्चा चल पड़ी लेकिन यह देखने वाली बात है कि भारतीय जनता पार्टी का इतिहास रहा है कि वह हमेशा चौंकाने वाले फैसले करती है.इस इस विषय पर अभी भी कुछ कहना जल्दबाजी होगी.
यह भी पढ़ें: MP Politics: स्वसहायता समूहों के सम्मेलन में पहुंचे कमलनाथ, मिड-डे-मील बनाने वाली महिलाओं के लिए की यह घोषणा