MP Board Exam 2024: 'आपको भगवान की कसम है मास्टर जी पास कर देना...,' बोर्ड परीक्षा में छात्र ने कॉपी में लिखा नोट
MP Board Exam 2024: बोर्ड परीक्षा में छात्र जहां एक तरफ पेपर में पास करने के लिए अलग-अलग तरह मिन्नतें कर रहे हैं. वहीं हीरानगर पुलिस ने स्कूल संचालक और प्रिंसिपल पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
Madhya Pradesh Board Exam 2024: मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षाओं के कॉपियों की जांच शुरू हो चुकी है. इस साल भी छात्रों द्वारा रोचक बहाने करने, अपनी परेशानियां लिखकर पास करने के लिए मिन्नतें कॉपियों में नजर आ रही है. इसी तरह का एक मामला इंदौर में भी आया है.
इंदौर में बोर्ड की कॉपी में एक छात्र ने अपनी कॉपी में लिखा, "मास्टरजी आपको भगवान की कसम है मुझे पास कर देना." यही नहीं छात्र संस्कृत के पेपर में हिंदी में निबंध लिखकर आ रहे हैं और पास करने के लिए नोट भी लिख रहे हैं.
400 शिक्षक कर रहे हैं कॉपी चेक
इंदौर के मालव कन्या स्कूल में चार सौ से ज्यादा शिक्षक आसपास के जिलों की करीब ढाई लाख कॉपियों को जांचने का काम कर रहे हैं. कॉपियों की जांच के दौरान शिक्षकों को बच्चों के पास करने के लिए अजब-गजब बहाने भी पढ़ने को मिल रहे हैं.
किसी ने बीमारी का हवाला देकर शिक्षकों से भगवान की कसम देकर पास करने को कहा है, तो किसी ने संस्कृत के पेपर में हिंदी में निबंध लिख दिया है. इतना ही नही कई छात्रों ने हिंदी और संस्कृत के पेपर में भी निमाड़ी हिंगलिश जैसी भाषाओं में उत्तर लिख दिए हैं.
'भगवान की कसम है मास्टर जी कर देना पास'
इसी तहर एक अन्य कॉपी में छात्र ने लिखा,"भगवान की कसम है मास्टर जी पास कर देना." मालव कन्या स्कूल में एक शिक्षक के पास ऐसा ही अजीब मामला सामने आया, जब वे एक कॉपी को चेक रहे थे. छात्र ने प्रश्नों के उत्तर गलत और अधूर लिखे. इसके बाद उसने एक नोट भी लिखा.
नोट में छात्र ने पास करने की गुहार लगाते हुए लिखा, "मास्टरजी मैं बीमार होने की वजह से पढ़ाई नहीं कर पाया. आपको भगवान की सौगंध है, मुझे पास कर देना प्लीज." इसे देखकर शिक्षक भी हैरान हैं.
स्कूल संचालक और प्रिंसिपल धोखाधड़ी का मामला
इसी तरह हीरानगर पुलिस ने एक स्कूल संचालक और एक प्रिंसिपल पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. जयगुरूदेव एकेडमी के बच्चों ने कलेक्टर से शिकायत की थी, यहां परिजनों ने पूरी फीस भर दी लेकिन फिर भी स्कूल उन्हें रोल नम्बर नहीं दे रहा है. बच्चों ने पहले कलेक्टर से शिकायत की. इसके बाद कलेक्टर ने स्कूल संचालकों पर केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.