MP Board Exam: एमपी बोर्ड ने नकल रोकने के लिए बनाया मास्टर प्लान, इस बार होंगे ये खास इंतजाम
MP Board Exams: एमपी बोर्ड एग्जाम को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. शिक्षा मंडल ने पेपर लीक रोकने के लिए भी बड़ा कदम उठाया है. प्रश्न-पत्र पहुंचाने के दौरान कर्मचारी फोन का इस्तमाल नहीं कर पाएंगे.
MP Board Exams 2024: मध्य प्रदेश में कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा का टाइम- टेबल माध्यमिक शिक्षा मंडल ने जारी कर दिया है. इस बार मध्य प्रदेश में फुलप्रूफ तैयारी के साथ परीक्षा कराई जाने का प्लान तैयार किया गया है. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने पेपर लीक रोकने के लिए भी बड़ा कदम उठाया है. अब परीक्षा केंद्र तक प्रश्न-पत्र पहुंचाने की प्रक्रिया में जो भी लोग शामिल होंगे, वे मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. यहां बताते चले कि बोर्ड परीक्षाओं के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है. टाइम-टेबल के अनुसार कक्षा दसवीं की परीक्षाएं 5 फरवरी से 28 फरवरी तक होनी है. तो वहीं, कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 6 फरवरी से 4 मार्च तक चलेंगी. परीक्षाएं सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे की पाली में होंगी. प्रदेश भर में 20 लाख से अधिक परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे.
मध्य प्रदेश में फरवरी से होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से पहले माध्यमिक शिक्षा मंडल ने पेपर लीक रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. अब मंडल से परीक्षा केंद्र तक प्रश्न-पत्र पहुंचाने की प्रक्रिया में जो भी
अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे, वे मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. इस बार हर केंद्र पर कलेक्टर प्रतिनिधि की नियुक्ति की जाएगी. अभी तक यह थाना स्तर पर ही रहते थे. इस दौरान कोई गोपनीयता भंग करते पकड़ा जाता है तो उस पर 10 लाख तक का जुर्माना और 10 साल की सजा हो सकता है. इसके लिए मंडल ने प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है. पिछले साल बोर्ड परीक्षाओं के दौरान सोशल मीडिया पर पेपर वायरल का मामला सामने आया था. इस वजह से मंडल ने अभी से ही प्रश्न पत्रों की गोपनीयता के लिए तैयारी शुरू की है.
एमपी बोर्ड एग्जाम को लेकर तैयारियां शुरू
वहीं,जबलपुर की एक बुरी तस्वीर भी उभर कर सामने आई है. संवेदनशील केंद्रों में जबलपुर 10 सेंटरों के साथ पूरे संभाग में टॉप पर है. खास बात यह है कि सबसे ज्यादा केंद्र बालाघाट में हैं, इसके बावजूद वहां के हालात इतने चिंताजनक नहीं हैं. जबलपुर में इस वर्ष तकरीबन पौने तीन लाख परीक्षार्थी एग्जाम में शामिल होंगे. इनमें नियमित और स्वाध्यायी छात्र भी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार दसवीं में 1,53,427 तथा बारहवीं में 1,35,346 विद्यार्थी शामिल होंगे. बताया जाता है कि परीक्षा जल्दी होने के पीछे लोकसभा के चुनाव होना बताया जा रहा है. इसी कारण माध्यमिक शिक्षा मंडल और सीबीएसई की परीक्षाएं फरवरी माह से ही शुरू हो रही हैं और मार्च के पहले सप्ताह में माध्यमिक शिक्षा मंडल की की परीक्षा पूरी हो जाएंगी. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षार्थियों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं.