Borewell Accidents in India: राजधानी भोपाल (Bhopal) के नजदीकी सीहोर (Sehore) जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम बड़ी मुंगावली में बीते दिनों एक ढाई वर्षीय मासूम बोरवेल के गड्ढे में गिर गई थी. बालिका 55 घंटे से अधिक समय तक बोरवेल के गड्ढे में फंसी रही थी. बच्ची को सकुशल बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ यहां तक की सेना की मदद तक लेना पड़ी थी, लेकिन मासूम बच्ची को नहीं बचाया जा सका था. मासूम बच्ची को खोने के बाद सीहोर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है.
सीहोर कलेक्टर प्रवीण कुमार सिंह के निर्देशों के बाद अब तक सीहोर जिले में 234 बोरों को बंद कराया गया है. इनमें सबसे अधिक 113 बोर आष्टा में बंद कराए गए हैं. इस बात की जानकारी कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान दी गई है. सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम मुंगावली में छह जून को दोपहर एक बजे घर के बाहर खेल रही ढाई वर्षीय बालिका सृष्टि कुशवाह 300 फीट गहरे बोरवेल गिर गई थी. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर जिला प्रशासन की टीम पहुंच गई थी. वहीं सृष्टि को सकुशल बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसटीआरएफ की टीम जुट गई थी.
14 मार्च को लटेरी में भी हुआ था हादसा
एनडीआरएफ और एसटीआरएफ टीम को सफलता नहीं मिलने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के फोन के बाद सेना मौके पर पहुंच गई थी. सेना के बाद गुजरात से तीन सदस्यीय रोबोटिक टीम बुलाई गई थी. करीब दो दिन बाद बमुश्किल मासूम सृष्टि को हुक के माध्यम से बाहर निकाला गया था, यहां से सृष्टि को लेकर सीधे अस्पताल ले गए थे, लेकिन जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. अब से तीन महीने पहले 14 मार्च को विदिशा में भी जिले के लटेरी तहसील के आनंदपुर के पास खेरखड़ी पठान क्षेत्र में एक सात वर्षीय बालक लोकेश 60 फीट गहरे बोर के गड्ढे में गिर गया था. बालक 43 फीट गहरे गड्ढे में फंस गया था.
234 बोरवेल कराए गए बंद
लोकेश को सकुशल बाहर निकालने के लिए भी भरपूर प्रयास किए गए, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका था. बच्चा 25 घंटे तक इस बोरवेल में फंसा रहा था. इन दोनों ही हादसों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संपूर्ण प्रदेश में खुले बोरवेल गड्ढों को बंद कराने के निर्देश दिए थे. बता दें हादसे के बाद से ही सीहोर जिले में 234 खुले बोरवेल के गड्ढे बंद कराए गए हैं. सीहोर कलेक्टर प्रवीण कुमार के दिशा निर्देशों में जिले में कुल 234 बोरवेल बंद कराए गए हैं.
इसमें सीहोर में 27, भैरून्दा में 10, इछावर में 75, बुदनी में नौ और सबसे अधिक आष्टा विधानसभा क्षेत्र में 113 बोरवेल के गड्ढे बंद कराए गए हैं. जिला प्रशासन ने जिलेवासियों से खुले बोरवेल बंद करने की भी अपील की है.
Eid-ul-Adha 2023: बकरीद से पहले मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड ने जारी की गाइडलाइन, लोगों से की ये अपील