MP Budget Session: सदन में गूंजा बोरवेल का मामला, कांग्रेस MLA ने BJP सरकार को ठहराया दोषी
MP Budget Session 2023: मध्य प्रदेश में बीते दिनों से कई स्थानों पर छोटे बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटना बढने लगी थी. कांग्रेस ने सरकार और अधिकारी पर सिर्फ खानापूर्ति करने का आरोप लगाया.
MP Assembly Budget Session: विदिशा जिले के लटेरी तहसील के पास घटित हुई बोरवेल की घटना में सात वर्षीय बालक लोकेश की मौत का मामला मध्य प्रदेश विधानसभा में गूंजा. कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने इस मामले को उठाते हुए सरकार पर आरोप लगाया गया कि राज्य में बोरवेल की घटनाओं के मामले में बीजेपी सरकार ही जिम्मेदार है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में बीते दिनों से कई स्थानों पर छोटे बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटना बढने लगी, जिस पर विपक्ष ने बजट सत्र के दौरान सरकार को घेरने का प्रयास किया. कांग्रेस ने मध्य प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कथनी और करनी में अंतर है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस सरकार की शह पर मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारी और अधिकारी कामों पर ध्यान नहीं देते हैं और ना ही विधायकों की सुनते हैं. उन्होंने कहा कि इस वजह से मध्य प्रदेश के अंदर ऐसी घटनाएं लगातार घट रही है.
शासन-प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में घटित हो रही बोरवेल की घटनाओं के लिए राज्य का शासन और प्रशासन ही जिम्मेदार है. सरकार की लापरवाही के चलते ही प्रदेश में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ी है. यदि समय रहते ही पहले की घटनाओं से सबक ले लिया जाता, तो बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटनाएं रोकी जा सकती थी.
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी इस प्रकार की घटनाओं से कोई सबक नहीं लेते हैं, बल्कि खानापूर्ति कर अगले घटना होने का इंतजार किया जाता है. इसीलिए हमारी मांग है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.
60 फीट गहरे बोरवेल में फंसा था लोकेश
बता दें कि एमपी के विदिशा जिले की लटेरी तहसील के आनंदपुर के पास खेरखड़ी पठान क्षेत्र में एक बच्चा बोरवेल के गड्ढे में जा गिरा था. बच्चा बंदरों के पीछे भाग रहा था, तभी वह 60 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा था. सात वर्षीय लोकेश 60 फीट गहरे बोरवेल में 43 फीट पर फंस गया था. लोकेश को सकुशल बाहर निकालने के लिए प्रशासन ने तमाम प्रयास किए थे, इसके बावजूद उसे नहीं बचाया जा सका था. विदिशा जिले में हुई इस घटना ने सिस्टम की लापरवाही की पोल खोलकर रख दी थी.