विजयपुर में रामनिवास रावत को ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी पड़ी भारी? मंथन में जुटी BJP
Vijaypur Bypoll Result 2024: वन मंत्री रामनिवास रावत को कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा से विजयपुर सीट पर हार मिली है. हार के बाद बीजेपी में समीक्षा का दौर शुरू हो गया है.
![विजयपुर में रामनिवास रावत को ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी पड़ी भारी? मंथन में जुटी BJP MP Bypolls Result 2024 BJP ramniwas rawat lost Vijaypur seat due to Jyotiraditya Scindia ANN विजयपुर में रामनिवास रावत को ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी पड़ी भारी? मंथन में जुटी BJP](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/24/0943d6e7541071f1624e3ffa43bdba331732443597266211_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
MP Bypolls Result 2024: श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट बीजेपी के हाथ से निकल गयी है. उपचुनाव में वन मंत्री रामनिवास रावत को शिकस्त का सामना करना पड़ा है. हार के बाद बीजेपी में मंथन शुरू हो गया है. चर्चा है कि कांग्रेसियों के बीजेपी ज्वाइन नहीं करने की वजह से विजयपुर चुनाव भारी पड़ गया. चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारकों ने रोड शो और रैलियों से दूरी बनाई. खास तौर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की रामनिवास रावत से नाराजगी भी अहम वजह मानी जा रही है.
2023 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने खास रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया. साल 2024 के लोकसभा चुनाव तक लगातार कांग्रेस नेताओं को बीजेपी में शामिल कराया जाता रहा. खास रणनीति की बदौलत बीजेपी ने जीत की राह आसान कर ली थी. उपचुनाव के दौरान देखने में आया कि कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी का दामन नहीं थामा. उन्होंने कांग्रेस के लिए संघर्ष करने को प्राथमिकता दी. कांग्रेस के टिकट पर लंबे समय तक रामनिवास रावत चुनाव लड़ते रहे हैं.
विजयपुर सीट हारने के बाद बीजेपी में मंथन शुरू
स्वाभाविक है कि विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित नेता भी रामनिवास रावत के खिलाफ थे. कांग्रेस में रहते रामनिवास रावत का कई बड़े नेताओं से राजनीतिक प्रतिद्वंदता रही है. उन्हें भी चुनाव में बदला लेने का मौका मिल गया. कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की जीत के पीछे यही फैक्टर काम कर गया. कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश नायक का कहना है कि विजयपुर में जनता की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि जो लोग जाने वाले थे वह बीजेपी में चले गए अब जो बचे हैं वह पार्टी बनाने वाले हैं. इसलिए अब भीतरघात की कोई गुंजाइश नहीं बची है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी पड़ी भारी?
वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा के मुताबिक बुधनी में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाल रखा था. वहीं, विजयपुर के चुनाव प्रचार में बीजेपी पिछड़ती नजर आयी. बीजेपी के कई स्टार प्रचारकों ने विजयपुर में चुनाव प्रचार नहीं किया. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी आम सभा और रोड शो के साथ रैली नहीं हो पाई. राणा के मुताबिक बीजेपी का दामन थामने से पहले रामनिवास रावत ने सिंधिया को शायद विश्वास में नहीं लिया होगा. इसलिए सिंधिया ने रामनिवास रावत के चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी. कांग्रेस में रहते रावत सिंधिया के काफी करीबी माने जाते थे.
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)