Madhya Prdaesh News: मध्य प्रदेश में दिल्ली से आई 22 सदस्यीय सीबीआई टीम ने ताबड़तोड़ छापेमार कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के दौरान अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शनिवार रात से शुरू हुई कार्रवाई में सीबीआई डीएसपी सहित चार अन्य लोगों को अरेस्ट करते हुए चार करोड़ रुपये की नकद राशि भी बरामद की गई है.


दरअसल, शनिवार देर रात से शुरू हुई छापेमार कार्रवाई में सीबीआई ने सोमवार को भी एनसीएल के दो अधिकारी सुनील प्रसाद सिंह और रवीन्द्र प्रसाद के घर पर दबिश दी. इस दौरान सीबीआई टीम ने दस्तावेजों को खंगाला. सीबीआई ने तलाशी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, डिजिटल डिवाइस और कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
 
अब तक ये लोग हुए गिरफ्तार



  • जबलपुर सीबीआई के डीएसपी जॉय जोसेफ दामने

  • एनसीएल के सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा

  • बसंत कुमार सिंह, मुख्य प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल

  • रविशंकर सिंह मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के मालिक 

  • रविशंकर सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह


आरोपियों पर लगे ये आरोप


1- सीबीआई द्वारा सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के बिचौलिए और मालिक रविशंकर सिंह को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों, व्यापारियों और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अधिकारियों के बीच मध्यस्त के रूप में काम कर रहा था.


2- सीबीआई ने रविशंकर सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह को अरेस्ट किया है, जो जबलपुर में सीबीआई के अफसर को पांच लाख रुपये की रिश्वत देने गया था, तभी उसे गिरफ्तार किया गया.
 
3- जबलपुर सीबीआई, एसबी ब्रांच के उप पुलिस अधीक्षक जॉय जोसेफ दामले को पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.


4- मुख्य प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल पर आरोप है कि सीबीआई जांच के बदले इन्होंने पैसे पहुंचाने वाले आरोपियों की मदद की.


5- एनसीएल के सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा ने पहले सप्लायर रवि सिंह को मशीनरी सप्लाई के बदले में भुगतान करने के लिए सीएमडी के बीच मध्यस्थता की. इसके अलावा जब शिकायत सीबीआई तक पहुंची तो इन्होंने रविशंकर सिंह और बसंत कुमार सिंह के जरिए सीबीआई के पास पैसे पहुंचाने में मदद की.



यह भी पढ़ें: जीतू पटवारी का मोहन सरकार पर बड़ा हमला, भोपाल और इंदौर की घटनाओं का जिक्र कर कही ये बात