Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए तत्कालीन शिवराज सिंह चौहान सरकार में सीएम हेल्पलाइन 181 सेवा शुरू की गई थी. इस सेवा को लेकर लोगों को भरोसा रहता है, उनके द्वारा की गई शिकायत का तत्काल निराकरण होता है. इस सेवा की रैंकिंग में सीहोर-विदिशा सबसे आगे है. वहीं उज्जैन 8वें नंबर पर आया है
बता दें कि सीएम हेल्पलाइन के मामले में बीते 5 महीनों की बात करें तो उज्जैन तीसरे नंबर पर आ रहा था, लेकिन इस बार तो उज्जैन जिले ने सीधे 8वें पायदान पर नीचे छलांग लगा दी है.
उज्जैन में कितनी शिकायतें लंबित?
उज्जैन में ढाई हजार शिकायतें 50 दिन से लंबित हैं. सीएम हेल्पलाइन पर अभी 10234 शिकायतों का निराकरण होना शेष है. इनमें से 5 हजार शिकायतें ऐसी हैं, जिनका निराकरण ढाई महीने बाद भी नहीं हो सका है, जबकि 30 में दिन में निराकरण किए जाने के दावे हैं.
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किन-किन विभागों की शिकायतें उज्जैन में हैं लंबित
उज्जैन में सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों की बात करें तो राजस्व विभाग की 1,587 लंबित शिकायत हैं, इसी तरह पुलिस विभाग की 1,382, महिला बाल विकास 1150, ननि 500, ऊर्जा विभाग 457, आदि जाति कल्याण 205, जिला अस्पताल 163, लोक निर्माण विभाग 122, विक्रम विवि 63 और विकास प्राधिकरण की 24 लंबित शिकायत हैं.
कौन जिला कितने नंबर पर?
सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों के निराकरण के मामले में सीहोर और विदिशा हर बार की तरह इस बार भी अव्वल आया है. इस बार सीहोर नंबर-1, इसके बाद विदिशा, कटनी, छिंदवाड़ा, सिंगरौली, सीधी, छतरपुर शामिल हैं, जबकि इंदौर 9वें नंबर और देवास को 25वीं रैंक मिली है.
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