MP Lok Sabha Election 2024: चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की लंबी-लंबी सड़क यात्राओं से उनका सुरक्षा स्टाफ चिंतित है. यह चिंता शुक्रवार (22 मार्च) को तब और बढ़ गई, जब जबलपुर से मंडला (नक्सली गतिविधियों के कारण संवेदनशील जिला) जाते वक्त खराब सड़क की धूल के गुबार में सीएम का वाहन सुरक्षा कर्मियों की नजरों से ओझल हो गया था.


मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी माना कि जबलपुर से मंडला की सड़क बेहद खराब है और उन्होंने इसके जल्द सुधार के लिए एनएचएआई के अधिकारियों से चर्चा की है.


दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव बुधवार (20 मार्च) को केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की नामांकन रैली में भाग लेने सड़क मार्ग से जबलपुर से मंडला जा रहे थे. इस दौरान जब उनका काफिला नारायणगंज के पास एक निर्माणाधीन पल के पास पहुंचा तो धूल का ऐसा गोबर उठा कि 10 मीटर पर भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.


कुछ पलों के लिए मुख्यमंत्री का वाहन सुरक्षा कर्मियों की नजरों से ओझल हो गया था. क्योंकि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है, इसलिए इस घटना से सुरक्षा कर्मियों की चिंता बढ़ गई.


इस कारण लंबी-लंबी सड़क यात्राएं करनी पड़ रही हैं
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा स्टाफ ने इस बात की जानकारी तुरंत पुलिस के आला अधिकारियों को दी, जिसकी वजह से मंडला से जबलपुर वापसी के दौरान सड़क पर पानी का छिड़काव देखने को मिला.


इसके बावजूद भी सड़क पर कई जगहों पर धूल के कारण सुरक्षा कर्मी चिंतित नजर आए. बताया जाता है कि हेलीकॉप्टर उपलब्ध न होने कारण मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को सुरक्षा के नियमों को ताक पर रखकर चुनाव प्रचार के लिए लंबी-लंबी सड़क यात्राएं करनी पड़ रही हैं. मुख्यमंत्री के सुरक्षा स्टाफ ने अपनी चिंताओं को वरिष्ठ अधिकारियों से अवगत करा दिया है.


'जितनी जरूरत होगी उतने हेलीकॉप्टर किराए पर लिए जाएंगे'
कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने हेलीकॉप्टर कंपनियों का 55 करोड़ का पेमेंट रोक रखा है. इस वजह से लोकसभा चुनाव के दौरान कोई भी कंपनी बीजेपी को हेलीकॉप्टर उपलब्ध नहीं करा रही है.


वहीं, बीजेपी के प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन का कहना है कि पेमेंट रोकने जैसी कोई बात नहीं है. लोकसभा चुनाव में जितनी जरूरत होगी, उतने विमान और हेलीकॉप्टर किराए पर लिए जाएंगे.


'सड़क को जल्द बना दिया जाएगा'
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की जबलपुर से मंडला यात्रा के दौरान एबीपी लाइव ने उनसे इस जर्जर सड़क के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि आज ही केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निजी सचिव से फोन पर बात की है. मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने स्वीकार किया कि यह सड़क निश्चित रूप से खराब है और अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इसे जल्द बना दिया जाएगा.


पिछले 8 सालों से अधूरी पड़ी है जबलपुर-मंडला सड़क 
लगभग 100 किमी की जबलपुर-मंडला सड़क पिछले 8 सालों से अधूरी पड़ी है. ठेकेदार ने साढ़े चार सौ करोड़ की सड़क का निर्माण बेहद घटिया तरीके से किया. जिसके चलते उसका टेंडर निरस्त करते हुए सड़क सुधार के लिए नया टेंडर दिया गया है.


खराब गुणवत्ता वाली सड़क के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने मंडल में एक कार्यक्रम के दौरान मंच से माफी भी मांगी थी.इस वाक्य को भी डेढ़ साल से ज्यादा गुजर चुका है लेकिन अभी तक सड़क ठीक नहीं हो सकी है.


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