Ujjain News Today: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह जिले में गेहूं खरीदी का भुगतान समय पर नहीं हो पा रहा है. किसानों की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद उज्जैन कलेक्टर ने सख्त हिदायत दी है.
उज्जैन कलेक्टर ने कहा कि अगर इस मामले में किसी कर्मचारी या अधिकारी की लापरवाही सामने आई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा 7 दिन से अधिक समय से लंबित भुगतान को तुरंत करवाने के निर्देश भी दिए गए हैं.
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने गेहूं खरीदी के मामले में जिला भर के अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने सभी तहसीलों के एसडीएम को निर्देशित किया कि गेहूं की खरीदी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. इसके अलावा भुगतान में देरी भी ना हो.
27 लाख मीट्रिक टन गेहूं की हुई है खरीदी
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि जिले में अभी तक 57 हजार 494 किसानों के द्वारा स्लॉट बुकिंग की गई है. जिसमें से 41 हजार 276 किसानों से 3 लाख 30 हजार 720 मीट्रिक टन खरीदी हो गई है, जो कि अनुमानित खरीदी का 42 फीसदी है. सभी मंडियों में अभी तक लगभग 27 लाख मीट्रिक टन खरीदी की हुई है.
'बारिश से गेहूं को नहीं हुआ नुकसान'
बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने किसानों के भुगतान की समीक्षा कर निर्देशित किया कि किसानों का 7 दिन से अधिक लंबित मामलों की प्राथमिकता से भुगतान कराया जाए. बैठक में उपार्जन संबंधी अधिकारियों और सभी एसडीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश से गेहूं को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है.
किसानों की आ रही थी लगातार शिकायत
सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर समिति के माध्यम से की जा रही गेहूं की खरीदी का समय पर भुगतान नहीं हो पा रहा था. किसान संजय पटेल के मुताबिक, उन्होंने एक सप्ताह पहले गेहूं विक्रय किए थे, मगर अभी तक उनके खाते में राशि नहीं आई है.
किसान संजय पटेल ने बताया कि समिति के सचिव को बार-बार फोन लगाया जा रहा है, तो वह एक-दो दिन की बात कह कर टाल रहे हैं. अधिकारियों द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि ईद और अन्य पर्व के छुट्टी की वजह से भुगतान में थोड़ी देरी हुई है.
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