(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सीएम मोहन यादव ने इंदौर को दी कई विकास योजनाओं की सौगात, दुग्ध व्यवसाय पर सरकार ने दिया जोर
MP News: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौर में सोमवार को विकास योजनाओं की घोषणाएं कीं, जिसमें चार ब्रिज, सीवरेज सिस्टम और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है. उन्होंने बंजारा समाज की सराहना की.
Mohan Yadav News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए इंदौर के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की. इंदौर को चार नए ब्रिज की सौगात देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हजारों वर्षों से बंजारा समाज ने सनातन धर्म के लिए जो कार्य किया है, उसकी कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती.
उन्होंने आगे कहा, "फूटी कोठी तो गई भाड़ में, लेकिन यह कोटा भर दिया. यह मेवालाल की जय-जयकार का काम है. हमें एक-एक समाज और उनके संतों के योगदान को साथ लेकर चलना है." उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "कोई बच्चा स्कूल से वंचित नहीं रहेगा, हर गरीब के लिए हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा."
सीएम ने भारतीय संस्कृति के प्रति अपने गर्व को व्यक्त करते हुए कहा, "हमारे दिलों के अंदर कोई बंधन नहीं है. यदि कोई बंधन है, तो वह हमारे संस्कारों और संस्कृति के हैं, जिसके कारण हम भारतीय संस्कृति की जय जयकार करते हैं. हमने कभी किसी देश पर कब्जा नहीं किया, लेकिन यदि कोई हमारी धरती पर आंख उठाकर देखे, तो मोदीजी के नेतृत्व में इसे मंजूर नहीं किया जाएगा."
सीएम यादव ने इंदौर में विकास के कार्यों का जिक्र करते हुए कहा,"आज एक नहीं, बल्कि चार-चार ब्रिज का लोकार्पण हो रहा है. इंदौर में जो होता है, वह सबसे अलग होता है. 400 करोड़ की लागत से इंदौर के सीवरेज के काम की शुरुआत की जाएगी. आने वाले समय में कोई भी चौराहा ऐसा नहीं बचेगा जहां ट्रैफिक फसेगा. प्रशासन के लोग ठोस कार्रवाई करें, सरकार उनके साथ है. जो अवैध काम करें, उनके खिलाफ हमें मिलकर काम करने की आवश्यकता है. हमारी सरकार कार्रवाई की खुली छूट देती है."
सीएम मोहन यादव ने गायों के पालन को भी प्रोत्साहित किया, कहा, "हमें भगवान कृष्ण ने मार्गदर्शन दिखाया है, विकास के रास्ते में कोई भी मार्ग अवरुद्ध नहीं कर सकता. घर-घर गाय पालने वाले गोपाल भी होना चाहिए. पूरे देश में दूध के उत्पादन में 20% की भूमिका निभाएंगे. जो 10 से ज्यादा दूध वाले पशु लेंगे, उन्हें अनुदान दिया जाएगा. जिनके पास गौशाला बनाने के लिए स्थान नहीं है, उनकी बछिया को सरकार खरीदेगी."
उन्होंने कहा कि दूध के उत्पादन को बढ़ाने और दूध खरीदने में बोनस की व्यवस्था की जाएगी. नगर निगम 5000 से 10000 की गौशाला चलाएगा, और पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. प्रति गाय माता अनुदान को 20 से बढ़ाकर 40 रुपये कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि "आज हमें जो सौगात मिली है. यह सौगात का सिलसिला आगे भी बढ़ता जाएगा."