Karila Mela 2024: मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के करीला धाम में मेले का आयोजन किया जा रहा है. शनिवार (30 मार्च) को मेले में 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. इस मेले में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी माता जानकी के दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे. 


इससे पहले परंपरा अनुसार, विदिशा जिले के ललितपुर गांव के श्रद्धालुओं ने सबसे पहले माता जानकी को झंड़ा चढ़ाया. उनके साथ मंदिर ट्रस्ट के श्रद्धालु भी मौजूद रहे. इस मौके पर पूरे विधि विधान के साथ माता जानकी की पूजा अर्चना की गई, जिसके बाद मेले का शुभारंभ हुआ.


24 घंटे खुली रहेगी गुफा
रंग पंचमी के मौके पर मंदिर के परकोटा के अंदर की गुफा को सुबह के समय ही खोल दिया गया. इसके अंदर अग्नि प्रज्जवलित कर दी गई है. अब यह गुफा 24 घंटे तक खुली रहेगी. श्रद्धालु माता जानकी के साथ गुफा के भी दर्शन कर रहे हैं. बताया जाता है इसी गुफा में माता जानकी ने लव और कुश को जन्म दिया था. 


पहाड़ के नीचे लगा मेला
हर साल की तरह इस साल भी करीला पहाड़ी के निचले में हिस्से में मेला आयोजित हो रहा है. इसमें दुकानें भी लगी हैं. पहाड़ी के ऊपर श्रद्धालुओं की भीड़ भाड़ है. लोगों को आने जाने के लिए पहाड़ी के ऊपर रास्ते हैं. पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई है. यहां पर एक ओर से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए और दूसरी तरफ से बाहर निकलने का रास्ता दिया गया. 


मन्नत पूरी होने पर राई नृत्य
करीला में माता मंदिर पर हर दिन ही राई नृत्य होते हैं, लेकिन रंगपंचमी पर सुबह से लेकर देर रात तक सैकड़ों नृत्यांगना नृत्य करती हैं. ऐसी मान्यता है कि करीला धाम पर लोग मन्नत मांगते हैं और पूरी हो जाने पर माता के दरबार में बधाई के तौर पर राई नृत्य करवाते हैं.


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