Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर विपक्ष को बल देने वाले बीजेपी विधायकों को भोपाल तलब किया गया. भोपाल में सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिली समझाइश के बाद विधायकों का कहना है कि नाराजगी खत्म हो गई है. पार्टी से मिले निर्देशों का पालन करेंगे. बता दें बीते दिनों सागर के देवरी से विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, कुछ ही समय में उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था. 


दरअसल, केसली थाना क्षेत्र के ग्राम मेड़की में सर्पदंश से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. अस्पताल में डॉक्टर ने रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत लिखने के एवज में 40 हजार रुपये मांगे थे. सबूत होने के बाद भी पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही थी, जिससे नाराज विधायक रात करीब 9.30 बजे अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया था. 


प्रदीप पटेल ने पुलिस अधिकारी को किया था दंडवत
इधर मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल रीवा आईजी कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अफसरों के सामने दंडवत हो गए थे. विधायक ने कहा था कि मेरा गुंडों से मर्डर करवा दो. पुलिस शराब माफिया को सरंक्षण दे रही है. विधायक पटेल का यह दंडवत प्रणाम पूरे प्रदेश में गूंजा था. विधायक पटेल को बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का समर्थन मिला.


वहीं, मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे अमीर विधायक संजय पाठक ने भी अपनी जान को खतरा बताकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा दिए थे. इन सब मामलों में जहां बीजेपी की किरकिरी हो रही थी तो वहीं विपक्ष को भी बल मिल रहा था. ऐसे में इन विधायकों को भोपाल तलब किया गया था. भोपाल पहुंचे विधायक प्रदीप लारिया और बृजबिहारी पटेरिया को मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने समझाइश दी.


विधायकों ने क्या कहा?
सूत्रों के मुताबिक, बंद कमरे में हुई बैठक में दोनों विधायकों से कहा गया कि वो सरकार के खिलाफ खुलेआम बयानबाजी न करें. वहीं इस समझाइश के बाद विधायक बृजबिहारी पटेरिया बोले मेरी नाराजगी खत्म हो गई, सारा समाधान हो गया. जबकि विधायक प्रदीप लारिया ने कहा कि हमारी कोई समस्या नहीं है. संगठन से मिले दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा.



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