कटनी जीआरपी थाने का वीडियो वायरल होने के बाद एक्शन हुआ है. सीएम मोहन यादव के निर्देश पर छह पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं. सीएम मोहन यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. संज्ञान में आने के बाद जांच के लिए मौके पर भेजा गया.


सीएम ने एक्स पर लिखा, "थाना जी.आर.पी कटनी के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा मारपीट का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मेरे संज्ञान में आने पर तुरंत आज सुबह DIG Rail को जांच हेतु मौके पर भेजने का निर्देश दिया गया था. प्रारंभिक जांच अनुसार त्कालीन थाना प्रभारी जी.आर.पी कटनी सहित एक प्रधान आरक्षक और चार आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए है. साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि यह सुनिश्चित हो कि भविष्य में इस तरह के कदाचार की पुनरावृत्ति नहीं हो."


इस मामले पर जबलपुर रेलवे के एसपी सिमाला प्रसाद ने कहा, "हमने ओरिजन वीडियो देखा. ऑफिस में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था. टीआई अरुण को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही पांच अन्य पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है जो वीडियो में दिखा दे रहे हैं. पूरे मामले की जांच आईजी रेलवे मोनिका शुक्ल के नेतृत्व में होगी."


गौरतलब है कि वीडियो वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश की सरकार पर कांग्रेस हमलावर हो गई थी. एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गुरुवार (29 अगस्त) को कहा, "अब तो खुद राष्ट्रपति जी ही महिला उत्पीड़न को लेकर चिंतित हैं, एमपी बीजेपी की सरकार को अब जाग जाना चाहिए! मप्र में दलित उत्पीड़न की बेलगाम घटनाओं पर अंकुश लगाना चाहिए! दलितों को मारना, पेशाब पिलाना, अपमानित करना, झूठे मुकदमों में फंसाना, गंभीर चोट पहुंचाना, यहां तक की हत्या ही कर देना - मेरे मध्य प्रदेश में सामान्य घटना हो चुकी है! मुख्यमंत्री चुप हैं! क्यों?"


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