Millionaire Constable Saurabh Sharma: परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक (कॉन्सटेबल) सौरभ शर्मा के यहां करोड़ों रुपये की संपत्ति मिलने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले में कोई बच नहीं पाएगा. परिवहन विभाग की चौकियां भ्रष्टाचार और अन्य शिकायतों के चलते ही बंद कराया गया है.


परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां लोकायुक्त पुलिस के छापे के दौरान करोड़ों रुपये का सोना, चांदी, नकदी और अन्य अचल संपत्ति का पता चला है. अब इस मामले में जांच के लिए आयकर विभाग के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी उतर गई है. इस पूरे मामले में पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा पर आरोप है कि वह हर साल 100 करोड़ रुपये की घूस ठिकाने लगाता था.


सीएम मोहन यादव सख्त


सौरभ शर्मा के यहां से एक डायरी भी मिली है जिसमें बड़े अधिकारियों के नाम और रिश्वत की राशि लेनदेन का हिसाब किताब है. 


मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, ''परिवहन विभाग की चौकियों पर भ्रष्टाचार और अन्य अनियमितता की शिकायतें आ रही थी. इसी के चलते इन सभी चौकियों को बंद कर दिया गया है. मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. इसके लिए सरकार को किसी भी हद तक कार्रवाई करना पड़े तो सरकार पीछे नहीं हटेगी.''


मध्य प्रदेश में पहली बार बंद हुई चौकियां
मध्य प्रदेश की सभी सीमाओं और आंतरिक क्षेत्र में 50 से ज्यादा परिवहन विभाग की चौकियां व उपचौकी थी. इन चौकियों पर परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी बाहर से आने वाले और मध्य प्रदेश के बाहर जाने वाले वाहनों की चेकिंग करते थे. यहां पर भ्रष्टाचार की कई बार शिकायत आती थी.


यहां तक की विधानसभा में भी कई बार विपक्ष इस मुद्दे को उठा चुका था. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इन चौकियों को बंद करने का आदेश कुछ महीने पहले ही दे दिया था. वर्तमान में सभी चौकियां पूरी तरह बंद है.


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