MP: अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर केन-बेतवा प्रोजेक्ट का शिलान्यास, CM मोहन ने बताया- क्या होगा फायदा?
Atal Bihari Vajpayee Jayanti: सीएम मोहन यादव ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर त्रिपक्षीय अनुबंध से केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना की सौगात प्रदेशवासियों को मिलना अद्भुत संयोग है.
Atal Bihari Vajpayee 100th Birth Anniversary: भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेजी की आज (25 दिंसबर) 100वीं जयंती है. इस दिन को अटल बिहारी वाजपेयी की याद में सुशासन दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. इस खास मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी. सीएम मोहन ने कहा कि भारत निर्माण के दृष्टा श्रद्धेय अटल जी को शत-शत नमन. उनकी व्यक्ति निर्माण, समाज निर्माण, राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना के सभी पक्षों ने देश को आधार प्रदान किया.
उन्होंने कहा, "धरती को सुजलाम् सुफलाम् करने और समृद्धि के नए आयाम स्थापित करने के लिए अटल जी ने लगभग 20 साल पहले नदी जोड़ो अभियान की संकल्पना की थी. उन्होंने देशभर की नदियों को जोड़कर बिखरी पड़ी जलराशि के समुचित प्रबंधन का सपना देखा था. उनका सपना था कि देशभर की नदियां आपस में जुड़ें और जल की एक-एक बूंद का उपयोग समाज और राष्ट्र के लिए हो. ऐसे में आज मध्य प्रदेश में केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास किया."
सीएम ने कहा, "आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खजुराहो में केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना का शिलान्यास किया. यह परियोजना छतरपुर और पन्ना जिले में केन नदी पर विकसित की जा रही है. इसमें पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचाई और 2.13 किलोमीटर लंबाई के दौधन बांध और दो टनल का निर्माण होगा. बांध में दो हजार 853 मिलियन घन मीटर जल का भंडारण किया जाएगा."
इन जिलों को मिलेगा लाभ
उन्होंने बताया, "इस परियोजना से मध्य प्रदेश के 10 जिले पन्ना, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी और दतिया के लगभग दो हजार ग्रामों में 8.11 लाख हेक्टेयर में सिंचाई हो सकेगी और लगभग सात लाख किसान परिवारों को इसका लाभ मिलेगा. साथ ही मध्य प्रदेश की 44 लाख और उत्तर प्रदेश की 21 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा मिलेगी और 103 मेगावॉट जल विद्युत और 27 मेगावॉट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा."
सीएम मोहन ने आगे कहा, "मध्य प्रदेश कृषि बाहुल्य प्रदेश है. प्रदेश में सिंचाई का रकबा 50 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर एक करोड़ हेक्टेयर तक पहुंचाने का हमारा लक्ष्य है. मुझे विश्वास है कि केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना से हम इस लक्ष्य को पूर्ण करने में सफल होंगे और बुंदेलखंड की प्रगति के नए द्वार खुलेंगे. इसी विश्वास के साथ मैंने बुंदेलखंड के किसानों से यह आग्रह किया था कि यहां के सूखे का तोड़ निकल जाएगा, किसी भी हाल में अपनी जमीन मत बेचना. मुझे खुशी है कि मेरा वह विश्वास सही साबित हुआ."
मोहन यादव कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर त्रिपक्षीय अनुबंध से केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना की सौगात प्रदेशवासियों को मिलना अद्भुत संयोग है. कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना की सौगात दी थी. इस परियोजना में 21 बांध, बैराज निर्मित किए जाएंगे. परियोजना से प्रदेश के 3217 ग्रामों को लाभ मिलेगा. मालवा और चंबल क्षेत्र में 6 लाख 13 हजार 520 हेक्टेयर में सिंचाई होगी. 40 लाख की आबादी को पेयजल उपलब्ध होगा."