Krishna Janmashtami 2024: भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां जोर शोर से जारी हैं. 26 अगस्त सोमवार को जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम और उत्साह से मनाया जायेगा. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े चार तीर्थ स्थल विकसित किये जायेंगे. उन्होंने सबसे पहले सांदीपनि आश्रम का जिक्र किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान कृष्ण ने कंस का वध करने के बाद उज्जैन में महर्षि सांदीपनि से शिक्षा ग्रहण की थी. इसके बाद कृष्ण से श्रीकृष्ण कहलाए.
मुख्यमंत्री ने उज्जैन जिले के ही दूसरे तीर्थ स्थल नारायणा धाम का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की सुदामा के साथ मित्रता हुई थी. मित्रता कभी अमीरी और गरीबी नहीं देखती है. उज्जैन का नारायणा धाम बेहतरीन उदाहरण है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इंदौर के जानापाव का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जानापाव में भगवान श्री कृष्ण ने सुदर्शन चक्र प्राप्त किया था. धार जिले के अमझेरा का भी उन्होंने जिक्र किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अमझोरा भगवान श्री कृष्ण के जीवन से जुड़ा महत्वपूर्ण स्थल है.
जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाने की तैयारी
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशा के अनुरूप उज्जैन और नारायणा धाम में जन्माष्टमी पर विशेष उत्सव मनाया जा रहा है. उज्जैन में हर साल जन्माष्टमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं.
धार्मिक नगरी उज्जैन में दो दिनों तक जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाता है. इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक शहर में भी जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. इसी प्रकार धार के अमझेरा में भी उत्सव को लेकर विशेष तैयारी की गई है. बता दें कि भगवान श्रीराम पथ और श्रीकृष्ण पथ गमन का तीर्थ स्थल के रूप में विकास करने का वादा पहले ही सरकार कर चुकी है.
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