Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (Mohan Yadav) ने प्रशासनिक सिस्टम के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. प्रदेश में कोई भी बड़ी घटना घटित होने के बाद संबंधित जिले के कलेक्टर-एसपी सहित अन्य अफसरों को हटाने की त्वरित कार्रवाई की जा रही है. सीएम मोहन यादव के पदभार ग्रहण करने के बाद से अब तक कई अफसरों को हटाया जा चुका है.
सीएम मोहन यादव ने अफसरों को हटाने की कार्रवाई की शुरुआत गुना जिले से की थी. गुना में एक बस में आग लगने की वजह से 13 लोग जिंदा जल गए थे. इस घटना के बाद सीएम मोहन यादव गुना पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की थी. वहीं इस भयावह हादसे के बाद सीएम ने कलेक्टर, एसपी सहित कई अन्य अफसरों को हटाया था. वहीं सीएम का यह सख्त रुख यही नहीं रुका, बल्कि इसके बाद भी कई घटनाओं के बाद अफसरों पर गाज गिरी.
अब तक इतने अफसरों को सीएम ने हटाया
27 दिसंबर की देर रात गुना बस हादसे में 13 लोग जिंदा जल गए थे. इस मामले में सीएम के निर्देशों के बाद राज्य परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा, जिला कलेक्टर तरुण राठी और पुलिस अधीक्षक विजय खत्री का तबादला कर दिया गया था. साथ ही गुना के मुख्य चिकित्स अधिकारी और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निलंबित किया गया था.
जनवरी के पहले हफ्ते में जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को एक समीक्षा बैठक के अगले दिन हटा दिया गया था, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके व्यवहार और अनुपलब्धता की शिकायत की थी.
फरवरी महीने में हरदा में पटाखा फैक्ट्री ब्लॉस्ट मामले में कारखाना निरीक्षक और सहायक संचालक, औद्योगिक स्वास्थ्य और सुरक्षा नवीन कुमार बरवा को निलंबित किया गया था. कलेक्टर ऋषि गर्ग और पुलिस अधीक्षक को संजीव कुमार को हटाया गया था.
जून महीने में सिवनी में 50 से ज्यादा गौवंश के शव मिले थे. इस मामले में सिवनी कलेक्टर क्षितिज सिंघल और एसपी राकेश कुमार सिंह को हटाया गया था.
देवास जिले के सोनकच्छ में तहसीलदार द्वारा किसान से अभद्र भाषा में बात करने पर तहसीलदार को हटाया गया था. इस मामले में मोहन यादव ने कहा था कि अधिकारी आम लोगों के साथ सभ्य और शालीन भाषा का इस्तेमाल करें. इस तरह की अभद्र भाषा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बीते दिनों मंदसौर कलेक्ट्रेट दफ्तर में एक किसान का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें किसान जमीन पर लेटा नजर आ रहा था. इस घटना के बाद मंदसौर कलेक्टर का तबादला किया गया.
सागर में दीवार गिरने की घटना से नौ बच्चों की मौत के बाद सीएम मोहन यादव ने कलेक्टर-एसपी सहित एसडीएम को भी हटाया. प्रभारी सीएमओ धनंजय गुमास्ता और उपयंत्री वीर विक्रम को सस्पेंड किया.
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