पैरालंपिक खिलाड़ियों को मिलेगी सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये! CM मोहन यादव सरकार का बड़ा ऐलान
Paralympics Winners: CM मोहन यादन ने कहा, जिन दिव्यांग खिलाड़ियों ने पैरालंपिक 2024 में पदक हासिल किए हैं, उन्हें सीएम मोहन यादव की ओर से सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
Madhya Pradesh News: पैरालंपिक में मध्य प्रदेश और देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ा ऐलान किया है. सीएम मोहन ने कहा, पदक विजेता खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दी जाएगी. सेवा पखवाड़े के तहत मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पैरालंपिक खिलाड़ी प्राची यादव, पूजा झा और कपिल परमार को शॉल और श्रीफल से सम्मानित किया.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि जिन दिव्यांग खिलाड़ियों ने पैरालंपिक 2024 में पदक हासिल किए हैं, उन्हें प्रदेश सरकार शासकीय नौकरी और एक करोड़ रुपये प्रोत्साहन राशि देगी. साथ ही जिन दिव्यांग खिलाड़ियों ने पैरालंपिक में पार्टीसिपेंट किया है, उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप 10.10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी.
इसके अलावा, खेल विभाग द्वारा भी पैरालंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा. मोहन यादव ने कहा, दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है. दिव्यांग खिलाड़ियों की प्रतिभा को देखते हुए प्रगति के पूरे अवसर दिए जाएंगे.
कपिल परमार: ब्रॉन्ज मेडल विजेता (जूडो)
2019: कॉमन वेल्थ चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल
2022: एशियन पैरा गेम्स में सिल्वर मेडल
2023: आईबीएसए ग्रैन्ड प्रिक्स में गोल्ड मेडल
2023: आईबीएस वल्र्ड गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल
रुबीना फ्रांसिस: ब्रॉन्ज मैडल विजेता (शूटिंग)
2017: वल्र्ड शूटिंग पैरा स्पोटर्स चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल
2019: वल्र्ड शूटिंग पैरा स्पोटर्स विश्वकप में ब्रॉन्ज मेडल
2020: पैरा वल्ड कप में गोल्ड मेडल
2023: पैरा एशियाई गेम्स में गोल्ड मेडल
2023: पेरू पैरा विश्व चम्पियनशिप में सिल्वर मेडल
फाइनल पहुंचीं प्राची यादव
वहीं फाइनल तक पहुंचने वाली भारतीय कैनो स्प्रिंटर प्राची यादव ने कहा, मुझे मेडल मिलने के पूरे चांस थे, लेकिन पांच महीने पहले आंख में इन्फेक्शन की वजह से आंख की कॉर्निया ब्लास्ट हो गई थी. डॉक्टर ने ट्रांसप्लांट करने के लिए कहा, लेकिन मैं विड्रॉल नहीं कर सकती थी, इसलिए मैंने विड्रॉल नहीं किया.
उन्होंने कहा, आंख में पट्टी बांधकर मैंने पार्टिसिपेट किया. मैंने सेमीफाइनल में बहुत अच्छी टाइमिंग दी. इसके बाद फाइनल में भी पहुंची, लेकिन ज्यादा जोर लगाती तो रेटिना फट सकती थी फिर पता नहीं क्या होता? हो सकता था कि मैं जिंदगी भर के लिए ब्लाइंड हो जाती. फिलहाल, फाइनल में इंट्री करना भी मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है.