CM Mohan Yadav: उज्जैन में नए मेडिकल कॉलेज को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. सीएम ने 1967 का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार के कारण उज्जैन में मेडिकल कॉलेज निर्माण की देरी से शुरुआत हो रही है. यह मेडिकल कॉलेज 40 साल पहले ही बन जाना चाहिए था. मुख्यमंत्री 21 नवंबर को मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन करेंगे.


धार्मिक नगरी उज्जैन में नए शासकीय मेडिकल कॉलेज को स्वीकृति मिलने के बाद अब भूमि पूजन का समय भी आ गया है. उज्जैन के शासकीय अस्पताल परिसर में ही मेडिकल कॉलेज बनने जा रहा है. इसका भूमि पूजन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 21 नवंबर को करेंगे.


 मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि साल 1967 में उज्जैन में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की मांग काफी युद्ध स्तर पर उठी थी. उस समय तीन दिनों तक उज्जैन बंद रहा था. बावजूद इसके लंबे समय तक मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही, जिसकी वजह से उज्जैन में मेडिकल कॉलेज नहीं बन पाया. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज उज्जैन के लिए काफी जरूरी था. उल्लेखनीय है कि उज्जैन में केवल एक ही निजी मेडिकल कॉलेज है.


शिवराज सरकार के समय मिली थी स्वीकृति


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में उज्जैन के मेडिकल कॉलेज को स्वीकृति मिली थी लेकिन मेडिकल कॉलेज की भूमि को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते आए. उज्जैन में भूमि का चयन अभी तक नहीं हो पाया था. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सरकारी अस्पताल परिसर में मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल बनाए जाने की स्वीकृति देती है. अब वे खुद ही इसका भूमि पूजन भी करने आ रहे हैं.


मेडिकल कॉलेज को लेकर राजनीति


मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मुकेश नायक ने कहा है कि मध्य प्रदेश में पिछले 20 सालों से बीजेपी की सरकार है. बावजूद इसके मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव कांग्रेस की सरकारों पर दोषारोपण कर रहे हैं. उज्जैन में विधानसभा, लोकसभा चुनाव में भी मेडिकल कॉलेज का मुद्दा हमेशा से राजनीतिक दलों के लिए प्रमुख रहा है. 


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