MP CM Face Race: मध्य प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर ली है. 230 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 166 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, तो वहीं कांग्रेस के 66 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. प्रदेश में चुनाव जीतने के बाद अब तक सीएम नाम को लेकर सस्पेंस जारी है. बीजेपी के पास सीएम नाम को लेकर एक बहुत बड़ी चुनौती है. ये देखना होगा कि पार्टी किस नेता के ऊपर दाव लगाती है लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि प्रदेश का नया सीएम कौन होगा. सीएम नाम के सस्पेंस के बीच ये बातें सामने आ रही है कि बीजेपी ने मनोहर लाल खट्टर सहित आशा और डॉ. के. लक्ष्मण को नैया पार लगाने की जिम्मेदारी सौंपी है.   


केन्द्रीय नेतृत्व में मध्यप्रदेश में आयोजित होने वाली विधायक दल की बैठक में तीन पर्यवेक्षकों को नियुक्ति किया है. इनमें हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर सहित ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के. लक्ष्मण, राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा शामिल हैं. बता दें गत दिनों हुए विधानसभा में बीजेपी को तीन राज्यों में विजयश्री मिली है. इन राज्यों में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. तीनों ही राज्यों में सीएम चेहरे को लेकर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से मंथन किया जा रहा है. इसी मंथन के बीच केंद्र सरकार की तरफ से तीनों ही राज्यों में होने वाली विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है.


एमपी की इन्हें जिम्मेदारी


राष्ट्रीय सचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह के तरफ से तीन राज्यों के लिए घोषित किए गए पर्यवेक्षकों में मध्यप्रदेश के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के. लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा को जिम्मेदारी दी गई है. बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर जल्द ही विधायक दल की बैठक होने जा रही है. बीते दिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय के तरफ से दिए गए बयान के अनुसार 10 दिसंबर को प्रदेश में सीएम चेहरा क्लियर हो जाएगा.


बता दें कि बीजेपी के दिग्गज नेता ने 7 दिसंबर को कहा था कि सीएम के नाम का सारा सस्पेंस रविवार को खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि जीत मोदी के नाम पर हुई है तो सीएम का फैसला भी वो ही करेंगे. कैलाश ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनाव हो रहे थे. वह तीनों प्रदेशें में थे. जीत का पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है. साथ ही उन्होंने लाडली बहना का जिक्र करते हुए कहा था कि हम राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी जीते हैं, जहां लाडली बहना नहीं थी. मैं एमपी से ज्यादा बड़ी जीत छत्तीसगढ़ को मानता हूं.


ये हैं सीएम की रेस में सबसे आगे


मध्य प्रदेश में सीएम की रेस में सबसे आगे अभी सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम आ रहा है. साथ ही वह मिशन 24 में लग चुके हैं. इसलिए चुनाव जीतने के बाद वह प्रदेश के छिंदवाड़ा पहुंचे और एक अहम बैठक में हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्होंने लाड़ली बहनों का पैर भी धोया था. सीएम पद के लिए शिवराज सिंह के लिए बड़ी चुनौती है, प्रहलाद पटेल हैं. सीएम की रेस में नरेंद्र तोमर का भी नाम शामिल है. ये भी राज्य से लेकर केंद्र और संगठन की राजनीति में लंबा अनुभव रखते हैं. नरेंद्र तोमर के इलाके में चंबल रीजन में भी बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा. चंबल से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सरप्राइज कर सकते हैं. एमपी ने कमलनाथ की बजाय कमल पर भरोसा जताया है लेकिन अब एमपी में कमल किस पर दांव लगाता है दिल्ली से लेकर भोपाल तक इस बात का इंतजार है. 


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