Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के नए सीएम के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए राजधानी भोपाल (Bhoapl) के लाल परेड मैदान को पूरी तरह से सजा धजाकर तैयार किया गया था. सुबह 11:30 बजे मध्य प्रदेश के नए सीएम के रूप में उज्जैन दक्षिण विधानसभा से विधायक मोहन यादव (Mohan Yadav) ने शपथ ली. शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी शामिल हुए, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस जीत में अहम योगदान निभाने वाली मध्य प्रदेश की 'लाड़ली बहना योजना' का एक भी पोस्टर सभा स्थल पर नहीं लगाया गया है. सभा स्थल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के पोस्टरों से पटा है. लाड़ली बहना योजना की यूं अनदेखी चर्चा का कारण बनी हुई है.
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी दल बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. 2018 के चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिली थी, जबकि बीजेपी को महज 109 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था. हालांकि, डेढ़ साल बाद तत्कालीन नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के दल बदलने के चलते प्रदेश की सत्ता से कांग्रेस को हाथ धोना पड़ा था और मध्य प्रदेश में फिर से शिवराज सिंह चौहान की सरकार आ गई थी. शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने 2023 के विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले प्रदेश में लाड़ली बहना योजना लॉन्च की. इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को एक-एक हजार रुपए प्रति महीना मिलना था. बाद में इस योजना में 1250 रुपए लाड़ली बहनाओं का मिलने लगे. परिणाम यह हुआ कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रचंड जीत हासिल कर सकी.
लाड़ली बहनों की अनदेखी
बीजेपी को इस चुनाव में 163 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर ही सिमट कर रह गई. राजनीति के जानकार इस जीत का श्रेय लाड़ली बहना योजना को दे रहे थे, जबकि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व इस जीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा मान रहा है. आज प्रदेश में नए सीएम के रूप में मोहन यादव ने शपथ ली. उनके साथ दो डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने भी शपथ ली. शपथ समारोह का आयोजन लाल परेड मैदान हुआ. शपथ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित 11 प्रदेशों के सीएम शामिल हुए. आयोजन स्थल को होर्डिंग्स बैनर पोस्टरों से सजाया गया, लेकिन अचरच की बात यह है कि इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली 'लाड़ली बहना योजना' के एक भी पोस्टर नहीं लगाए गए.