CM Shivraj Singh Chouhan in Sehore: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) अपने तय कार्यक्रम के अनुसार सीहोर जिले के नसरुल्लागंज पहुंचे. उन्होंने नसरुल्लागंज में जनसहयोग से बनी स्मार्ट क्लास का शुभारंभ किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज मध्य प्रदेश में सीहोर जिले ने इतिहास रच दिया है. जनसहयोग से सरकारी स्कूल भी स्मार्ट हो गए हैं. उन्होंने कहा कि 1552 शालाओं में जनसहयोग से प्राप्त राशि से 1630 स्मार्ट टीवी दिये जा रहे हैं.
समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान, विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, बीजेपी जिलाध्यक्ष रवि मालवीय सहित अनेक अतिथि मौजूद रहे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ही कलेक्टर प्रवीण कुमार सिंह की तारीफ करते हुए उन्हें बधाई दी. सीएम शिवराज ने अध्यापकों का अभिनंदन किया. सीएम चौहान ने कहा कि मप्र में सीहोर जिले ने आज इतिहास रच दिया है. उन्होंने कहा कि अध्यापक-गुरुजन और समाजसेवियों ने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए खुलकर सहयोग दिया. सभी के सहयोग से सरकारी स्कूल स्मार्ट हो गए हैं. सीएम ने कहा कि नि:संदेह इससे बच्चों को और बेहतर शिक्षा देने में सहायता मिलेगी.
'अब भांजे-भांजियों के काम कर रहा हूं'
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में सड़क, नाली, पुलिया, स्कूल सहित अनेक विकास कार्य के लिए काम किए, लेकिन अब मैं अपने भांजे भांजियों के लिए काम कर रहा हूं. सीएम ने कहा कि अपने भांजे-भांजियों के लिए मैं प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सीएम राइज स्कूल खोल रहा हूं. इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास, खेल के मैदान, लैब होंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी, तो हमारे बच्चों का भविष्य भी उज्ज्वल होगा. हम इसी ध्येय से कार्य कर रहे हैं. कार्यक्रम को विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव ने भी संबोधित किया.
बच्चों के लिए मामा कुछ भी करेगा
कार्यक्रम के समापन के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मीडियाकर्मियों से रुबरु हुए. मीडियाकर्मी द्वारा पूछे गए सवाल आज मोटिवेशन गुरु के रूप में नजर आया, इसके जवाब में सीएम शिवराज ने कहा कि बच्चों के लिए मामा कुछ भी करेगा. मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि अच्छा परिणाम लाने वाले दस स्कूलों को स्मार्ट क्लास के लिए पांच-पांच लाख रुपए इनाम के रूप में राशि दी जाएगी, जबकि सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले दस बच्चों को 50-50 हजार रुपए भी दिए जाएंगे.
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