(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gyanvapi Case: ज्ञानवापी पर कोर्ट के फैसले के बाद CM शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया, जानें- क्या कहा?
MP News: ज्ञानवापी मामले (Gyanvapi Case) पर कोर्ट का फैसला हिंदू पक्ष के हक में आया है जिसे लेकर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने भी प्रतिक्रिया दी.
वाराणसी के ज्ञानवापी (Gyanvapi) और श्रृंगार गौरी मामले पर जिला अदालत ने सोमवार को फैसला सुनाते हुए कहा कि ज्ञानवापी केस सुनने लायक है. वहीं कोर्ट के फैसले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोर्ट के इस फैसले पर ट्वीट कर लिखा- जय बाबा विश्वनाथ, हर हर महादेव. बता दें ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी पोषणीयता मामले में फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि इस मुकदमे की सुनवाई होगी.
बता दें कि वाराणसी जिला जज अदालत ने ज्ञानवापी- श्रृंगार गौरी मामले में फैसला सुनाते हुए मुस्लिम पक्ष की अपील खारिज कर दी. जिला जज एके विश्वेश की एकल पीठ ने कहा कि मामला सुनवाई योग्य है. वाराणसी जिला कोर्ट ने हिंदू पक्ष की अपील स्वीकार करते हुए कहा कि इस मामले में अब अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी. जब कोर्ट ने यह फैसला सुनाया था तब मुस्लिम पक्ष कोर्ट में मौजूद नहीं था. कोर्ट ने 4 अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी के द्वारा दिऐ गऐ 7/11 के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया.
जय बाबा विश्वनाथ!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 12, 2022
।। हर हर महादेव ।।
ज्ञानवापी केस में 22 सितंबर को होगी अगली सुनवाई
वहीं इस फैसले को लेकर ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कोर्ट ने हमारी बहस को मान लिया है. मुस्लिम पक्ष के आवेदन को रद्द कर दिया है, कोर्ट ने कहा है कि याचिका सुनवाई योग्य है और अब इस मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी. इसके साथ ही ज्ञानवापी मामले में याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य ने कहा ये हिंदू समुदाय की जीत है. अगली सुनवाई 22 सितंबर को है, आज का दिन ज्ञानवापी मंदिर के लिए शिलान्यास का दिन है. हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं. कोर्ट के फैसले को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा ने कहा हम फैसले का सम्मान करते हैं, हम ज्ञानवापी का भी सम्मान करते हैं. अगली सुनवाई में भी हमें कानून पर भरोसा है, हम कानून का सम्मान करते हैं और कानून के साथ हैं.