MP Police Action: नशा मुक्ति के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद एमपी पुलिस एक्शन में आ गई. प्रदेश सहित जिलों में चलाए जा रहे अभियान के तहत दो दिन में ही 189 प्रकरणों में दो सौ लोगों को आरोपी बनाया गया. यह जानकारी मुख्यमंत्री के समक्ष समीक्षा बैठक के दौरान डीजीपी सुधीर सक्सेना द्वारा दी गई.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नशे के अवैध व्यापार पर की गई प्रभावी कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन की सराहना की. साथ ही कहा कि नशे के कारोबारियों और माफियाओं को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाएगा, यह हमारा संकल्प है. बैठक में मुख्यमंत्री ने वीसी के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मध्य प्रदेश में चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान के संबंध में समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
200 से ज्यादा आरोपी बनाये गये
जानकारी के मुताबिक नारकोटिक्स डग्स एंड साइकोटोपिक सबस्टेंस एक्ट के अंतर्गत 189 प्रकरण बनाए गए. इसमें दो सौ लोगों को आरोपी बनाया गया जबकि 334.24 मादक पदार्थ जब्त किए गए. इसी तरह अवैध शराब के खिलाफ चलाए अभियान में 2589 प्रकरणों में 2586 आरोपी बनाए गए, जबकि 16603.5 लीटर अवैध शराब जब्त की गई. सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वालों के मामले में 335 प्रकरणों में 361 आरोपी बनाए गए. इसी तरह शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ भी पुलिस सख्त रवैया अपनाए हुई है. शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 199 वाहन चालकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया. अब तक पुलिस ने 2486 शराब पीने पिलाने वाले स्थानों पर दबिश देकर चेकिंग की है.
अभियान चलाकर कर रहे जागरूक
पुलिस द्वारा नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं. प्रदेश के अनेक जिलों में अब तक 442 स्थानों पर पुलिस ने नशा मुक्ति अभियान चलाकर लोगों को नशे की लत से बाहर आने के लिए समझाया. पुलिस अफसरों ने समझाते देते हुए कहा कि नशा शरीर के साथ-साथ परिवार का भी नशा करता है. एक व्यक्ति नशा करता है जबकि उसका खामियाजा पूरे परिवार को ही भुगतना पड़ता है. इसलिए इस नशे की लत से बाहर आने की अपील पुलिस अफसरों ने की है.