MP News: कमलनाथ ने क्यों तैयार कराई IAS-IPS अधिकारियों की लिस्ट, क्या है आगे कांग्रेस का प्लान?
MP Congress on IAS-IPS: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. 3 दिसंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे.
MP Congress Action Plan : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऐसे आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की सूची तैयार करवाई है, जिन पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों ने पक्षपात करने का आरोप लगाया है. इनमें कई जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी शामिल हैं. उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इन अधिकारियों पर गाज गिर सकती है.
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. 3 दिसंबर को दोनों ही पार्टी के जीतने वाले उम्मीदवारों का आंकड़ा सामने आ जाएगा. मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी सरकार रिपीट करने का दावा कर रही है. वहीं अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो ऐसे में प्रदेश के कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है. इनमें कई जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी शामिल हैं.
'कमलनाथ जो कहते हैं डंके की चोट होता'
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में चुनावी आम सभा के दौरान चेतावनी देते हुए कहा था कि "उनकी चक्की काफी महीम आटा पीसती है." अगर किसी अधिकारी ने गड़बड़ की तो कांग्रेस की सरकार आने पर पूरा हिसाब किताब किया जाएगा. कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार के मुताबिक, "पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जो भी बोलते हैं, वह डंके की चोट पर होता है. इस बार कांग्रेस की सरकार बनने पर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होना निश्चित है, जो पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाते हैं." उन्होंने आगे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ निर्वाचन प्रणाली के दौरान पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने वाले अधिकारियों की प्रत्याशियों से सूची भी मंगवाई है.
..इसलिए इन अधिकारियों गिर सकती गाज
विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी और पार्टी संगठन ने कई जिले के कलेक्टर और एसपी की शिकायत निर्वाचन आयोग से की थी. इनमें अशोक नगर कलेक्टर सुभाष कुमार, दतिया कलेक्टर संदीप माकिन, दतिया एसपी प्रदीप शर्मा, सागर कलेक्टर दीपक आर्य, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी नीरज वशिष्ठ, भिंड कलेक्टर संजय श्रीवास्तव और चाचौडा के एसडीएम विकास कुमार आनंद सहित कई नाम शामिल हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर उक्त अधिकारियों को लूप लाइन में भेजा जा सकता है.
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