MP: 'युवराज कह रहे हैं कि...', शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय के बयान पर जीतू पटवारी का तंज
MP News: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान के बयान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने निशाना साधा है. कार्तिकेय ने कहा कि हमारे नेता के सामने दिल्ली भी नतमस्तक है.
MP Latest News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान इन दिनों प्रदेश की राजनीति में सुर्खियों में बने हुए हैं. बीते दिनों कार्तिकेय सिंह चौहान ने अपने पिता शिवराज सिंह चौहान को लेकर एक बयान दिया था. कार्तिकेय के इस बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेता पलटवार कर रहे हैं.
दरअसल, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान बुदनी विधानसभा पहुंचे थे. यहां उनके लिए कार्यकर्ताओं की ओर से अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया था. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा था, "मुख्यमंत्री के रूप में भी हमारे नेता (शिवराज सिंह चौहान) लोकप्रिय थे. अब मुख्यमंत्री नहीं है तो और लोकप्रिय हो गए हैं. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश में सबसे बड़े नेताओं में गिनती की जाती है तो हमारे नेता शिवराज सिंह चौहान की. इस दुनिया ने हमारी बहुत परीक्षा ली है."
जीतू पटवारी ने कसा तंज
कार्तिकेय सिंह चौहान के बयानों के बाद पीसीसी चीफ पटवारी ने तंज कसा था. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया के 'एक्स' अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा था, "युवराज कह रहे हैं कि दिल्ली डर रही है. यह 100 प्रतिशत सच है. क्योंकि देश भी डरे हुए तानाशाह को गौर से देख रहा है. डर पार्टी के अंदर असहमति की आवाज का, डर बड़े नेताओं की बगावत का, डर गठनबंधन के प्रबंधन का, डर समर्थन की सरकार के गिरने का, डर टिकी हुई कुर्सी के हिलते हुए पांवों का है. यह मत सोचिए कि शिवराज जी की विरासत में कोई बच्चा है, लेकिन यह जरूर देखिए कि यह डर अच्छा है."
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा?
वहीं कार्तिकेय सिंह चौहान के बयान पर अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पलटवार किया है. मीडिया के सवालों के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा, "कार्तिकेय सही हैं तो बीजेपी नेतृत्व को उनकी (शिवराज सिंह चौहान) की अपार लोकप्रियता पर ध्यान देना चाहिए. साथ ही उन्हें प्रधानमंत्री पद पर पदोन्नत करने पर विचार करना चाहिए."