Sehore Suicide Case: 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान जिन दो छोटे बच्चों ने राहुल गांधी को अपनी गुल्लक भेंट की थी, उनके माता-पिता का शव आज (13 दिसंबर) सीहोर जिले के आष्टा में उनके घर पर फंदे से लटका मिला. इसी महीने के शुरूआत में मनोज परमार के आष्टा और इंदौर के मकानों पर प्रवर्तन निदेशायल (ED) ने छापेमारी की थी. इस मामले में कांग्रेस के बड़े नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने ईडी पर दंपति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
कमलनाथ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर कहा, "सीहोर जिले के आष्टा में मनोज परमार और उनकी पत्नी के आत्महत्या करने की खबर अत्यंत दुखद है. जिस तरह से परमार को ED की ओर से प्रताड़ित किया गया, इससे स्पष्ट है कि यह आत्महत्या नहीं प्रताड़ना के कारण हुई हत्या ही है. परमार दंपती का कसूर सिर्फ इतना था कि उनके बच्चों ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी."
कमलनाथ ने लगाया ये आरोप
उन्होंने कहा, "पूरे देश में ED को राजनैतिक विद्वेष का हथियार बना लिया गया है. पहले विरोधियों और नेताओं को जेल भेजा जाता है और अब इस तरह का उत्पीड़न किया जा रहा है कि परेशान होकर लोग आत्महत्या करने तक को विवश हैं. ईश्वर परमार दंपती की आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें."
जीतू पटवारी ने बोला हमला
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "प्रधानमंत्री जी, यह अनाथ बच्चे आपकी ईडी की प्रताड़ना का प्रमाण हैं! यह रो रहे हैं! चीख रहे हैं! बार-बार कह रहे हैं, हमारे माता-पिता की मौत के लिए ED ही जिम्मेदार है! क्या बीजेपी, पीएम मोदी और निर्मला सीतारमण को अभी भी किसी भी सबूत की आवश्यकता है? इस सरकारी-हत्या का जवाब, अब संसद के दस्तावेजों में ही दर्ज होगा! दुर्भावनाओं की राजनीति पर जवाब देना होगा!"
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा?
दिग्विजय सिंह में एक्स पर पोस्ट कर कहा, "आष्टा सिहोर जिला मप्र के मनोज परमार को बिना कारण ED की ओर से परेशान किया जा रहा था. मनोज परमार के बच्चों ने राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के समय गुल्लक भेंट की थी. मनोज के घर पर ED के असिस्टेंट डायरेक्टर भोपाल संजीत कुमार साहू की ओर से रेड की गई थी. मनोज अनुसार उस पर रेड इसलिए डाली गई क्योंकि वह कांग्रेस का समर्थक है."
उन्होंने कहा, "मैंने मनोज के लिए वकील की व्यवस्था भी कर दी थी, लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है मनोज इतना घबराया हुआ था कि उसने और उसकी पत्नी ने आज सुबह आत्महत्या कर ली. मैं इस प्रकरण में ईडी डायरेक्टर से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं."
मौके से मिला सुसाइड नोट
बता दें सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेमा परमार का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला. एसडीओपी आकाश अमलकर ने इसकी पुष्टि की है. बीते 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके घर-दफ्तर पर रेड की थी. इसके बाद से वे परेशान थे. मौके पर टीआई रविंद्र यादव पहुंचे हैं. घटनास्थल पर सुसाइड नोट भी मिला है. फिलहाल यह सामने नहीं आया है कि इस नोट में क्या लिखा है?