MP News: अगले साल होनेवाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस अभी से जुट गई हैं. दोनों पार्टियों का फोकस बूथ मजबूत करने पर है. बूथ को मजबूत करने के लिए दोनों में जोर आजमाइश लगी है. बीजेपी महीनों पहले बूथ को मजबूत करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है. कांग्रेस ने भी बूथ को शक्तिशाली बनाने के लिए नई रणनीतियां बनाना शुरू कर दिया है. हाल ही में बीजेपी ने त्रिदेव और बूथ विस्तारक अभियान चलाया था. बीजेपी ने प्रदेश में लगभग एक लाख 75 हजार बूथ अध्यक्ष, बूथ महामंत्री और बूथ लेवल कार्यकर्ता बनाए हैं.
हर बूथ पर ट्रेनिंग के लिए बीजेपी की रणनीति
ट्रेनिंग के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन आज से शुरू कर दिया गया है. हर बूथ पर ट्रेनिंग देने के लिए बीजेपी ने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, नेताओं को सीधे मैदान में उतार दिया है. बूथ अध्यक्ष, महामंत्री और बूथ लेवल एजेंट को त्रिदेव नाम देकर कार्यकर्ताओं में नई जान फूंकने की कोशिश बीजेपी की है. अभी हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने पार्टी लेवल मीटिंग को भोपाल में संबोधित किया था. संबोधन में उन्होंने भी बूथ पर विशेष ध्यान देने की बात पार्टी संगठन से कही थी.
बीजेपी के मजबूत बूथों में सेंध लगायेगी कांग्रेस
आपसी खींचतान से जूझ रही कांग्रेस ने भी अब मंडलम और सेक्टरों को मजबूत करने के लिए कमर कसने का मन बना लिया है. बीजेपी के बूथ को कमजोर करने के लिए कांग्रेस रणनीतियां बना रही है. इसके लिए पीसीसी चीफ ने 65 हजार बूथ पर तीन लाख कार्यकर्ता तैनात करने का लक्ष्य बनाया है. एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवा दल के एक-एक कार्यकर्ता को बूथ पर जोड़ा जाएगा और हर गांव के हर बूथ पर होने वाली छोटी और बड़ी महत्वपूर्ण बातों पर नजर रखी जाएगी. जमीनी स्तर पर कांग्रेस की कमजोरी बूथ लेवल कार्यकर्ताओं और बड़े नेताओं के बीच सामंजस्य की कमी रही है. कमी को दूर करने का प्रयास मंडलम और सेक्टर को मजबूत करने के साथ किया जा रहा है. दोनों ही पार्टियां बूथ को मजबूत करने के लिए 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है.