Kuno National Park: करोड़ों रुपए खर्च कर मध्यप्रदेश लाकर बसाए गए चीतों के मामले में नामीबियाई विशेषज्ञ और स्थानीय अधिकारियों का बयान विरोधाभासी नजर आ रहा है. आठ चीतों में से एक मादा का नाम पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आशा (Asha) रखा था. मादा चीते की उम्र चार वर्ष है. नामीबियाई विशेषज्ञ पीएम की ‘आशा’ के गर्भवती होने की बात कह रहे हैं. स्थानीय अधिकारी सिरे से नकार रहा है. नामीबियाई विशेषज्ञों ने सितंबर महीने के अंत में मादा चीते के गर्भवती होने की संभावना जताई थी. चीतों की गर्भकाल अवधि 90 से 95 दिनों की होती है और 17 सितंबर को भारत लाए जाने के एक माह से अधिक समय से कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन की निगरानी में है.


क्या आशा चीते का प्रसवकाल नजदीक आ रहा है?


नामीबियाई विशेषज्ञों के मुताबिक मादा चीते का प्रसवकाल अब नजदीक आ रहा है. हालांकि स्थानीय अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं. चीता प्रोजेक्ट की कमान संभालने वाले पूर्व मुख्य वन संरक्षक सीएस निनाना के अनुसार छोटे बाड़े में सूक्ष्म स्तर की निगरानी रखी जा रही है. ऐसे में गर्भवती या गर्भपात मामले में फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी. निनामा का कहना है कि चीता दौड़कर शिकार करते हैं. इसलिए उनका पेट मोटा दिखाई नहीं देता. अन्य चीतों के साथ तुलनात्मक एक्टिविटी की बुनियाद पर ही गर्भवती होने का अनुमान लगा सकते हैं.


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अधिकारियों और विशेषज्ञों के बयान विरोधाभासी


उन्होंने कहा कि सभी चीतों की सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है. इसलिए मादा चीते के गर्भवती होने की संभावना सही नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि नामीबिया की लंबी यात्रा कर भारत लाए गए चीतों के लिए सभी कुछ अलग है. चीते लगातार तनाव में रह रहे हैं. ऐसे में स्थानीय अधिकारियों का अनुमान है कि तनाव में रहने की वजह से आशा चीते का गर्भपात भी हो सकता है. फिलहाल स्थानीय अधिकारी और नामीबियाई विशेषज्ञों की विरोधाभासी बातों से स्पष्ट है कि कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन चीतों के रख रखाव में गंभीर नहीं है.