Coronavirus Mock Drills Updates: मध्यप्रदेश के अस्पतालों में कोरोना वायरस (coronavirus) की तैयारियों की जांच के लिये मॉक ड्रिल (Mock Drill) शुरू कर दी गई है. मॉक ड्रिल में कोरोना नियंत्रण से जुड़े तमाम इंतजामों की समीक्षा की जा रही है. खास बात है कि अभी मध्यप्रदेश में कोरोना पूरी तरह नियंत्रित है. मगर कोरोना से जंग के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है.
तैयारियों की उच्च स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है. भारत सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल करने के निर्देश जारी किए है. इसी कड़ी में धार्मिक नगरी उज्जैन में भी मॉक ड्रिल की गई. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय शर्मा ने बताया कि माधव नगर में मंगलवार को कोविड-19 चिन्हांकित अस्पताल की मॉक ड्रिल की गई. मॉक ड्रिल में तमाम इंतजामों को चेक किया गया.
कोरोना के नए वेरिएंट से लड़ने के लिए कितना तैयार है MP?
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन, बेड और अन्य सुविधाएं मौजूद हैं और व्यवस्थाओं की लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है. कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 ने देश समेत दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. मध्यप्रदेश के सभी कोविड-19 अस्पतालों में विशेष रुप से इंतजामों को देखा और परखा जा रहा है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता, बिस्तर की क्षमता, उपलब्ध मानव संसाधन, रेफरल सेवाएं, परीक्षण क्षमता, चिकित्सा, रसद, दवाइयों का संपूर्ण परीक्षण किया जा रहा है. नोडल अधिकारी डॉक्टर एचपी सोनानिया ने बताया कि मॉक ड्रिल पूरी तरह सफल रही है.
उज्जैन, देवास, मंदसौर, उमरिया, खंडवा में भी चली मॉक ड्रिल
मध्यप्रदेश में कोरोना से पहली मौत राबिया बी की हुई थी. राबिया बी उज्जैन की रहने वाली थी. उन्होंने इंदौर में दम तोड़ा था. उज्जैन में कोरोना से पहली मौत के बाद सिलसिला जारी रहा. उज्जैन प्रदेश में बड़ा हॉटस्पॉट बनकर उभरा था. मध्यप्रदेश के देवास, उमरिया, खंडवा, मंदसौर सहित अन्य जिलों में भी मॉक ड्रिल की गई. कोरोना वायरस से लोगों को सावधान करने के लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. चिकित्सा सुविधा में कमी नजर आने पर पर्याप्त इंतजाम भी किए जा रहे हैं.