MP Covid Vaccination News : मध्य प्रदेश में कोरोना (Corona) के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. दूसरी तरफ वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर अभी भी लोगों का रुझान कम है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण लोगों के बीच फैल रही भ्रांतियां हैं. लोगों का मानना है कि कोरोना के टीके की वजह से दूसरी बीमारियां भी लगातार बढ़ रही हैं.


लोगों के बीच हैं यह भ्रांतियां
मध्य प्रदेश में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 198 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में 37 नए मरीज सामने आ चुके हैं. पॉजिटिविटी की दर भी 5.5% के आसपास है. सबसे खास बात यह है कि वैक्सीनेशन को लेकर अभी भी लोगों का रुझान बहुत कम है. कोविड स्पेशलिस्ट डॉक्टर रौनक एलची के मुताबिक कई लोगों के बीच यह भ्रांतियां भी हैं कि कोरोना वैक्सीनेशन से दूसरी बीमारियां बढ़ रही हैं. इसी वजह से लोगों की तरफ से रुझान कम है. उनका कहना है कि ऐसी भ्रांतियों को रोका जाना चाहिए.


क्या कहते हैं चिकित्सक
डॉ एचपी सोनाने के मुताबिक केंद्र सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय वैक्सीनेशन के इफ़ेक्ट पर भी नजर रख रहा है. इसके लिए सरकार ने टीम भी गठित की है. लेकिन, घबराने वाली कोई जरूरत नहीं है. वैक्सीनेशन की वजह फिलहाल व्यापक पैमाने पर कोई भी साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिल रहा है.


दूसरी बीमारियों से तो लड़ने के लिए और भी मेडिसिन हैं, लेकिन कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन ही सबसे कारगर उपाय है. डॉक्टर एचपी सोनाने के मुताबिक वर्तमान समय में कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी हो गया है. 


6 से 7 महीने बाद लेते रहें टीका 
कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर एचपी सोनाने के मुताबिक कोरोना को रोकने के लिए 6 से 7 महीने में प्रिकॉशन डोज लगाया जा सकता है. जिन लोगों ने केवल 2 टीके लगाए हैं, उन्हें प्रिकॉशन डोज लगाना जरूरी है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने प्रिकॉशन डोज लगावाया है, वे 6 महीने बाद एक और टीका लगा सकते हैं. इसी के जरिए कोरोना पर रोक लगाई जा सकती है. जब तक कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता है, तब तक 6-7 महीना के समय अंतराल में टीका लगाना आवश्यक है.


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