MP Covid-19: मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार धीमी लेकिन डरा रहे मौत के आंकड़े, इंदौर और भोपाल में बीते 24 घंटे में हुई पांच की मौत
मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार भले ही थोड़ी धीमी हो गई हो लेकिन मौत की रफ्तार में कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. भोपाल और इंदौर में लगातार दूसरे दिन भी क्रमशः दो और तीन लोगों की मौत हो गई.
Covid-19 in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में 31 जनवरी से लगातार कोरोना की रफ्तार धीमे पड़ रही है. भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में कोरोना के आंकड़े कम हुए है. पॉजिटिव मामले कम होने से थोड़ी राहत की सांस जरूर मिली है लेकिन मौत का आंकड़ा अभी भी लगातार बना हुआ है. मध्य प्रदेश के इंदौर में पिछले 24 घंटे में कोरोना से तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं 48 घंटे में 6 लोगों ने दम तोड़ दिया.
भोपाल में 24 घंटे में 2 मरीजों की हुई मौत
इसी तरह भोपाल की बात की जाए तो यहां पर कोरोना से संक्रमित 2 मरीजों ने 24 घंटे के अंदर दम तोड़ दिया. यह आंकड़ा लगातार दूसरे दिन भी बना हुआ है. राजधानी भोपाल में 48 घंटों में 4 लोगों ने दम तोड़ दिया है. राहत देने वाली बात यह है कि मध्य प्रदेश के दूसरे कई जिलों में कोरोना की रफ्तार धीरे-धीरे कम हो रही है.
चिंता की बात ये है कि जनवरी महीने में जिन जिलों में कोरोना के आंकड़े नहीं बढ़े थे, उन जिलों में अब रफ्तार थोड़ी तेज हो रही है. अगर उज्जैन संभाग की बात की जाए तो यहां पर नीमच, उज्जैन, मंदसौर में आंकड़े थोड़े कम हो रहे हैं जबकि आगर, शाजापुर के साथ देवास में आंकड़े धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं.
इंदौर और भोपाल में कोरोना मामले हो रहे कम
इसी तरह इंदौर शहर में भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिली है. कुछ दिनों पहले तक इंदौर में लगभग 3000 मामले सामने आ रहे थे जो कि घटकर 50 फ़ीसदी तक कम हुए हैं. अब इंदौर में डेढ़ हजार के आसपास मामले ही रोज सामने आ रहे हैं. इसी तरह भोपाल में भी नए मरीजों में कमी आई है. पिछले 24 घंटे में भोपाल में 1112 मरीज दर्ज किए गए हैं जबकि ये आंकड़ा पूर्व में दो हजार से ऊपर निकल गया था.
15 फरवरी तक कोरोना की स्थिति नियंत्रित होने की उम्मीद
पहली और दूसरी लहर के अनुभव को देखते हुए कोरोना एक्सपर्ट इस बार 15 फरवरी तक पूरा निष्कर्ष निकलने का दावा कर रहे हैं. कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर रौनक एलची के मुताबिक आगामी 2 सप्ताह में पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. डॉक्टर एलची के मुताबिक अभी भी लोगों को सामाजिक दूरी और कोरोना के अन्य प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी है. जिन स्थानों पर कोरोना के आंकड़े कम हुए हैं वहां पर भी सतर्कता जरूरी है जबकि जहां कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं वहां प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए, ताकि 15 फरवरी तक सब कुछ नियंत्रित किया जा सके.
स्कूल खोले और परीक्षा की तारीख तय की
इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 फरवरी से पूरे मध्य प्रदेश में कक्षा पहली से बारहवीं तक के स्कूल खोल दिए हैं. उन्होंने यह घोषणा करते समय स्पष्ट रूप से कहा कि कोरोना विशेषज्ञों की सलाह के बाद फैसला लिया गया है. इससे स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश में राहत मिलने की पूरी उम्मीद है. इसके अलावा 17 फरवरी से बोर्ड की परीक्षाओं का भी ऐलान कर दिया गया है. इसका मतलब साफ है कि 15 फरवरी के आसपास कोरोना से मध्यप्रदेश में काफी राहत मिलने की संभावना है.
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